Skip to main content

ओलंपिक स्वर्ण से सेना तक: नीरज चोपड़ा बने लेफ्टिनेंट कर्नल (मानद)!!

डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय के छात्रों ने सागर स्मार्ट सिटी के आईसीसीसी का दौरा कर अत्याधुनिक तकनीकी और नागरिक सेवाओं से अवगत किया!!

डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय के छात्र-छात्रायें आईसीसीसी की कार्यपद्धिती व अत्याधुनिक तकनीकी से परिचित होकर रोमांचित हुये।

    स्वच्छ सर्वेक्षण, नशा मुक्ति और यातायात प्रबंधन सहित अन्य नागरिक सेवाओं की आईसीसीसी से मॉनिटरिंग देखी।

    सागर स्मार्ट सिटी के इंटिग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की विजिट करने आये डॉ हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने आईसीसीसी में इन्टीग्रेट विभिन्न नागरिक सेवाओं को मॉनिटर करने की कार्यपद्धिती जानी और यहां की अत्याधुनिक तकनीकी से परिचित होकर रोमांचित हुये। सभी उपस्थित विद्यार्थियों को आईसीसीसी के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। स्वच्छ सर्वेक्षण में सागर को नंबर-1 बनाने के लिए शहर में कचरा फैलाने वालों पर वीडियो फोटो साक्ष्य के आधार पर सख्त कार्यवाही आदि की जा रही है। इस प्रकार की स्वच्छता गतिविधियों की मॉनिटरिंग यहां की जा रही है। यहां की बड़ी स्क्रीन वॉल पर डोर टू डोर कचरा कलेक्शन वाहनों की मॉनिटरिंग का डेस बोर्ड दिखाते हुये बताया गया की प्रत्येक कचरा कलेक्शन वाहन की जीपीएस से निगरानी ऑनलाइन होती है। वाहनों की गतिविधियों पर नजर रखते हुये डाटा तैयार किया जाता है। विधार्थियो को कचरा संग्रहण और प्रसंस्करण की शार्ट फ़िल्म भी दिखाई गई। इंटेलिजेंट ट्रेफिक मैनेज़मेंट सिस्टम द्वारा शहर में यातायात प्रबंधन को विस्तार से बताया गया।


    
इसके अंतर्गत शहर में लगे आरएलवीडी कैमरा, एएनपीआर कैमरा सहित पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम, एमरजेंसी कॉल बॉक्स आदि की तकनीकी बारीकीयों की भी जानकारी दी गई। ऑटोमेटिक चालान बनने से लेकर संबंधित वाहन चालक तक चालान पहुंचने की प्रक्रिया बताई गई। इसके साथ ही बताया गया की सीएम हेल्प लाईन, 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के नागरिकों के आयुष्मान कार्ड निर्माण, नशा मुक्त भारत अभियान, विभिन्न चुनाव की मॉनिटरिंग आदि हेतु भी आईसीसीसी द्वारा सक्रीयता से कार्य किया जा रहा है। पब्लिक अनाउंसमेंट द्वारा नागरिकों को जागरूक किया जा रहा है। शहर में स्थापित सीसीटीवी सर्विलांस सिस्टम द्वारा प्रत्येक गतिविधि पर नजर रखी जा रही है और रिकॉर्डिंग को सर्वर पर स्टोर किया जाता है। अत्याधुनिक तकनीकी और सॉफ्टवेयर से युक्त आईसीसीसी सागर में वॉर रूम की तरह कार्य कर रहा है। सभी छात्र-छात्राओं ने आईसीसीसी का भ्रमण करने के बाद सिविल लाईन चौराहे पर पहुंचकर आईटीएमएस सिस्टम सिग्नलों, कैमरा और एमरजेंसी कॉल बॉक्स आदि उपकरणों को देखा और कार्यपद्धिति सहित जंक्शन के बारे में जाना।


- The News Grit, 27/11/2024

Comments

Popular posts from this blog

राष्ट्रीय गणित दिवस के उपलक्ष्य में रानी दुर्गावती महाविद्यालय में आयोजित होगा भव्य कार्यक्रम!!

बालाघाट – रानी दुर्गावती शासकीय महाविद्यालय परसवाड़ा में इस वर्ष राष्ट्रीय गणित दिवस (22 दिसंबर) के उपलक्ष्य में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यक्रम मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् (MPCST) और राष्ट्रीय विज्ञान संचार एवं प्रौद्योगिकी परिषद् (NCSTC) द्वारा प्रायोजित किया गया है। श्रीनिवास रामानुजन की जयंती पर उनके गणित के क्षेत्र में किए गए अद्वितीय योगदानों को समर्पित यह आयोजन 19 और 20 दिसंबर को होगा। प्राचार्य डॉ. एल एल घोरमारे ने कार्यक्रम की रूपरेखा साझा करते हुए बताया कि 19 दिसंबर को गणित के क्षेत्र में श्रीनिवास रामानुजन के योगदानों पर आधारित कई गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। इनमें पोस्टर प्रेजेंटेशन, प्रश्नमंच, और भाषण प्रतियोगिता शामिल हैं। इन गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थियों को गणित की महत्ता और श्रीनिवास रामानुजन की खोजों के बारे में जानकारी मिलेगी। 20 दिसंबर को मुख्य कार्यक्रम में गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के जीवन इतिहास और उनके योगदान पर एक विशिष्ट अतिथि द्वारा व्याख्यान दिया जाएगा। इसके अलावा, उनके जीवन और कार्यों पर आधारित एक वृत्...

स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम: रानी दुर्गावती महाविद्यालय परसवाड़ा में सफल आयोजन!!

दिनांक 20 जनवरी 2025 को रानी दुर्गावती शासकीय महाविद्यालय, परसवाड़ा के वनस्पति विभाग द्वारा एक उल्लेखनीय स्टूडेंट एक्सचेंज कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में शासकीय अरण्य भारतीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बैहर के 35 विद्यार्थी और प्राध्यापकगण शामिल हुए। इस कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एल. एल. घोरमारे द्वारा स्टूडेंट एक्सचेंज गतिविधियों के महत्व पर जानकारी देने से हुई। आइक्यूएसी इंचार्ज डॉ. अरुण वैद्य ने विद्यार्थियों को इस प्रकार के कार्यक्रमों से मिलने वाले लाभों को साझा किया। वनस्पति विभाग की प्रमुख डॉ. जय श्री सूर्यवंशी ने माइक्रोऑर्गेनिज़्म कल्चर और प्रयोगशाला उपकरणों की विस्तृत जानकारी प्रदान की। इसी क्रम में बैहर महाविद्यालय की डॉ. पूजा गुप्ता ने क्यूआर कोड इंटर्नशिप प्रोजेक्ट के माध्यम से छात्रों को नई तकनीकों से अवगत कराया। भौतिक शास्त्र विभाग से श्रीमती रंजना कुशवाहा ने शैक्षणिक गतिविधियों के विकास में इस प्रकार के कार्यक्रमों की महत्ता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में छात्रों के बीच आपसी ज्ञान-विनिमय के साथ-साथ डेमोंस्ट्रेशन सत्र आयोजित किए गए। रा...

प्रोजेक्ट आरोहण: NHAI की नई योजना, लेकिन किसके लिए?

राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ( NHAI) ने एक महत्वपूर्ण सामाजिक पहल करते हुए टोल प्लाज़ा कर्मचारियों के बच्चों की शिक्षा और करियर निर्माण के लिए ‘प्रोजेक्ट आरोहण’ की शुरुआत की है। इस योजना का शुभारंभ एनएचएआई के अध्यक्ष श्री संतोष कुमार यादव ने नई दिल्ली स्थित मुख्यालय में किया। इस अवसर पर वर्टिस इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट के कार्यकारी निदेशक एवं संयुक्त सीईओ डॉ. जफर खान और एनएचएआई के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। शिक्षा तक समान पहुँच देने का प्रयास एनएचएआई ने वर्टिस इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट के साथ मिलकर यह योजना शुरू की है , जिसका मकसद टोल प्लाज़ा कर्मचारियों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना है। इस पहल का उद्देश्य वित्तीय बाधाओं को दूर करना , सामाजिक-आर्थिक भेदों को कम करना और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के छात्रों , जिनमें निम्न-आय वाले परिवारों की लड़कियाँ , पहली पीढ़ी के शिक्षार्थी तथा अनुसूचित जाति , अनुसूचित जनजाति , अन्य पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र शामिल हैं , के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक समान पहुँच प्रदान करना है। एनएचएआई का मानना है कि शिक्षा ही वह साध...