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RBI ने रेपो रेट में की साल में दूसरी बार 25 बे‍सिस की कटौती!!!!

सीएम राइज स्कूलों का नया नाम अब 'सांदीपनि विद्यालय' होगा!!!!

सीएम राइज स्कूल अब सांदीपनि विद्यालय के नाम से जाने जाएंगे , ऐसा ऐलान किया मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने। ये जानकारी उन्होंने भोपाल के अरेरा कॉलोनी में स्थित शासकीय नवीन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ( ओल्ड कैम्पियन ) में आयोजित स्कूल चलें हम कार्यक्रम के दौरान दी , जिसमें नए और चल रहे सीएम राइज स्कूल शामिल हैं। भगवान श्रीकृष्ण ने सबसे पहले ' स्कूल चलें हम ' का शुरू किया था। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि जब भगवान श्रीकृष्ण ने कंस का सामना किया , तब उन्होंने शिक्षा की अहमियत को समझा और इसी वजह से सांदीपनि आश्रम में पढ़ाई की। उस समय ये ' स्कूल चलें हम ' का एक तरह का अभियान था। उन्होंने श्रीकृष्ण और सुदामा की दोस्ती का जिक्र करते हुए बच्चों को सच्ची दोस्ती और अनुशासन का महत्व बताया। एजुकेशन पोर्टल 3.0 का शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ . यादव ने कार्यक्रम में एजुकेशन पोर्टल 3.0 का लॉन्च किया। इस पोर्टल से छात्रों की एडमिशन प्रक्रिया , पढ़ाई की गतिविधियां और स्कूल शिक्षा विभाग से जुड़ी सभी चीजें ऑनलाइन होंगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार छात्रों को गणवेश , लैपटॉप , ई-स्क...

मध्यप्रदेश को 1230 मेगावॉट अतिरिक्त बिजली!!!!

मध्यप्रदेश को आगामी दो से तीन वर्षों में दो चरणों में 1230 मेगावॉट विद्युत की अतिरिक्त उपलब्धता रहेगी , इस हेतु बिजली कंपनी के मुख्यालय जबलपुर में आर.ई.सी. ने अदानी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड को ट्रांसमिशन एस.पी.व्ही. सौंपा। इस परियोजना के तहत मेसर्स महान एनर्जेन लिमिटेड के बंधौरा (सिंगरौली) पावर जनरेटिंग प्लांट से मध्यप्रदेश के हिस्से की 1230 मेगावॉट विद्युत निकासी के लिये ट्रांसमिशन नेटवर्क तैयार किया जाना है। पारेषण अद्योसंरचना होगी विस्तारित एम.पी. ट्रांसको के मुख्य अभियंता श्री देवाशीष चक्रवर्ती ने बताया कि मध्यप्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी ने 1230 मेगावॉट विद्युत प्रदाय हेतु मेसर्स महान एनर्जेन लिमिटेड से पॉवर परचेस अनुबंध किया था , उक्त हेतु मेसर्स महान एनर्जेन लिमिटेड द्वारा 2X800 मेगावॉट क्षमता के पावर जनरेटिंग प्लांट की स्थापना प्रस्तावित है। उक्त पावर प्लांट से मध्यप्रदेश के हिस्से की 1230 मेगावॉट विद्युत निकासी के लिये नियामक आयोग के विनियमानुसार टैरिफ आधारित प्रतिस्पर्धा बोली प्रक्रिया के अंतर्गत पारेषण अद्योसंरचना के विस्तार हेतु मध्यप्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी द्वारा मध्यप...

पीएम-उषा योजना के तहत शिक्षकों और छात्रों को विशेष प्रशिक्षण!!!!

तनाव मुक्ति के लिए ध्यान एवं योग हमारी प्राचीन ऋषि परंपरा की देन है। कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय में पीएम उषा योजना के अंतर्गत आयोजित प्रशिक्षण कार्यशालाओं का हुआ समापन। शासकीय कला एवं वाणिज्य अग्रणी महाविद्यालय में पीएम उषा योजना के अंतर्गत शैक्षणिक स्टाफ एवं विद्यार्थियों के लिए आयोजित की गई अलग-अलग प्रशिक्षण कार्यशालाओं का समापन प्राचार्य डॉ जीएस रोहित ने किया। इन कार्यशालाओं का संचालन प्रशासनिक अधिकारी डॉ इमराना सिद्दीकी द्वारा किया गया। मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग द्वारा पीएम उषा योजना के अंतर्गत सेडमेप के सहयोग से दिनांक 7 से 24 मार्च तक एआई एप्लीकेशन एवं कंटेंट क्रिएशन , कंप्यूटर अवेयरनेस , जीएसटी एवं टैक्सेशन , मार्केटिंग मैनेजमेंट एंड सेल्समैनशिप तथा स्ट्रेस मैनेजमेंट एंड मेडिटेशन से संबंधित 7 एवं 15 दिवसीय विभिन्न प्रशिक्षण कार्यशालाओं का आयोजन महाविद्यालय में अलग-अलग सत्र में किया गया। समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ . जी एस रोहित ने तनाव प्रबंधन एवं ध्यान पर आधारित कार्यशाला के संबंध में कहा कि प्राचीन संस्कृति में ध्यान एवं योग तथा स...

AIIMS नई दिल्‍ली और SAMEER बीच चिकित्‍सा इलेक्‍ट्रानिक्‍स उपकरण के विकास को लेकर हुआ समझौता!!!!

NMR विभाग के 32वें स्‍थापना दिवस पर 25 मार्च को सोसायइटी फॉर एम्‍लाइड माइक्रोवेव इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स इंजीनियरिंग एंड रिसर्च ( S AMEER ) और ( AIIMS ) ने मिलकर एक दूसरे के सहयोग से चिकित्‍सा उपकरणों के विकास करने पर एमओयू ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर किए। ताकि दोनों संस्‍थान उच्‍च क्षेत्र/निम्‍न क्षेत्र चुम्‍बकीय अनुदान इमेंजिंग (एमआरआई) परमाणु चुम्‍बकीय अनुदान (एनएमआर) प्रणालियों को विकसित करने और चिकित्‍सा अनुप्रयोगों के लिए रेडियो आवृत्ति , आरएफ , माइक्रोवेव , प्रणालियों और संबंद्ध क्षेत्रों में अनुसाधन को बढ़ावा देने के लिए सहयोत्‍मक रूप से काम कर सके। इस समझौता ज्ञापन में पांच प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं: 1. चिकित्सा उपकरणों के विकास में सहयोगात्मक अनुसंधान। 2. समीर , मुंबई द्वारा विकसित स्वदेशी 1.5 टी एमआरआई प्रणाली का नैदानिक ​​ सत्यापन। 3. तस्‍वीर संवर्द्धन और त्वरित इमेजिंग के लिए एआई/एमएल में सहयोगात्मक अनुसंधान। 4. उच्च/निम्न क्षेत्र एमआरआई स्कैनर के उप-प्रणालियों का डिजाइन और विकास। 5. उच्च क्षेत्र जीव एमआरआई स्कैनर के लिए आरएफ उप-प्रणालियों का विकास। भारत में एमआरआई तकनीक का वि...

उज्जैन में राष्ट्रीय वैज्ञानिक सम्मेलन एवं विज्ञान उत्सव!!!!

27 मार्च को उज्जैन में महाराजा विक्रमादित्य शोघपीठ द्वारा उनके युग , भारत उत्कर्ष , नवजागरण और भारत विद्या पर एकाग्र विक्रमोत्सव 2025 के अंतर्गत राष्ट्रीय वैज्ञानिक एवं विज्ञान उत्सव का शुभारंभ। यह उत्सव पंडित सूर्य नारायण व्यास संकुल कालिदास अकादमी उज्जैन में सुबह 11:00 बजे से आरंभ हुआ। (विकास की बात विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं नव विचार के साथ) , विकास- समाज अर्थव्‍यवस्‍था शिक्षा आदि का सुधार तब अधिक प्रभावी होते हैं , जब उसे विज्ञान प्रोद्योगिकी की (तकनीकी की उन्‍नति) और नव विचार (नई खोजें व सुधार) के साथ जोड़ा जाए। महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ के निदेशक द्वारा श्रीराम तिवारी ने बताया कि विक्रमोत्सव अंतर्गत   27   मार्च से राष्ट्रीय वैज्ञानिक एवं विज्ञान उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन को तीन भागों में बांटा गया है। पहला है राष्ट्रीय वैज्ञानिक सम्मेलन ,   दूसरा है   40 वां मध्यप्रदेश युवा वैज्ञानिक सम्मेलन और अंतिम है विज्ञान उत्सव। उन्‍होने ने बताया कि राष्ट्रीय वैज्ञानिक सम्मेलन की थीम ‘विकास की बात विज्ञान ,   प्रौद्योगिकी एवं नवाचार के साथ’ पर...

सरकार की घोषणा डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए नई योजना!!!!

भारत सरकार ने डिजिटल भुगतान ( UPI, ऑनलाइन ट्रांजैक्शन) को बढ़ावा देने के लिए एक नई प्रोत्साहन योजना को मंजूरी दी है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का कम मूल्य वाले भीम-यूपीआई ( P2M) लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन योजना को स्वीकृति देने पर आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में "डिजिटल इंडिया" का संकल्प साकार हो रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यह भी कहा कि छोटे व्यापारियों को प्रोत्साहित करने के लिए 2,000 रुपये तक के लेन-देन पर 0.15% प्रति लेन-देन की दर से इन्सेन्टिव प्रदान करने की योजना ऐतिहासिक है। इससे न केवल डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा मिलेगा , बल्कि छोटे व्यापारियों को भी सशक्त किया जाएगा। योजना का काम करने का तरीका सरकार ने इस योजना के तहत बैंकों और पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर ( PSP) को भुगतान करने के लिए एक खास तरीका अपनाया है , जिससे डिजिटल ट्रांजैक्शन को और सुरक्षित और विश्वसनीय बनाया जा सके। अगर किसी बैंक या भुगतान सेवा प्रदाता ( PSP) को ₹100 करोड़ का भुगतान मिलना था , तो उसे तीन हिस्सों म...

भोपाल एम्स में हृदय रोगों के इलाज में बड़ी सफलता, पहली बार हुआ TAVI!!!!

मध्य प्रदेश में चिकित्सा क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की गई है। मध्‍यप्रदेश मेंमें पहली बार किसी शासकीय अस्पताल में ट्रांसकैथेटर एऑर्टिक वाल्व इंप्लांटेशन ( TAVI) की प्रक्रिया सफलतापूर्वक की गई। यह प्रक्रिया अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल में संपन्न हुई , जो कि प्रदेश में चिकित्सा जगत के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि साबित हुई है। क्या है TAVI प्रक्रिया ? TAVI एक न्यूनतम इनवेसिव हृदय वॉल्व प्रतिस्थापन तकनीक है , जो उच्च जोखिम वाले मरीजों के लिए ओपन हार्ट सर्जरी का एक प्रभावी और सुरक्षित विकल्प प्रदान करता है। इस प्रक्रिया में पैर की धमनी के माध्यम से एक कृत्रिम हृदय वाल्व को हृदय तक पहुंचाया जाता है और इसे प्रभावित वाल्व के स्थान पर प्रत्यारोपित किया जाता है। इस प्रक्रिया की विशेषता यह है कि इसमें चीरा लगाने , सामान्य एनेस्थीसिया देने या वेंटिलेटर के उपयोग की आवश्यकता नहीं होती , जिससे मरीज की तेजी से रिकवरी संभव होती है और उसे जल्द ही अस्पताल से छुट्टी मिल जाती है। डॉक्टरों और चिकित्सा दल की भूमिका इस उपलब्धि को एम्स भोपाल के कार्डियोलॉजी विभाग के सहायक प्र...