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पर्यटन में मध्यप्रदेश की नई उड़ान: 2024 में 13 करोड़ से अधिक पर्यटक पहुंचे!!

भारत में पहली बार बाघ, तेंदुआ और चीता एक साथ!!!!

भारत में वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल साकार होने जा रही है। मध्यप्रदेश के सागर जिले में स्थित वीरांगना रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व ( पूर्व नाम नौरादेही अभयारण्य) को अब देश का पहला ऐसा टाइगर रिजर्व बनने का गौरव प्राप्त होगा , जहां बाघ , तेंदुआ और चीता – बिग कैट फैमिली के तीन प्रमुख सदस्य – एक साथ प्राकृतिक आवास में रहेंगे। यह न केवल भारत बल्कि दुनिया के लिए भी एक अनूठा प्रयोग होगा। चीतों की वापसी की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि भारत में अंतिम बार चीता ( Asiatic Cheetah) को 1947 में छत्तीसगढ़ (अब छत्तीसगढ़ राज्य , तब मध्य प्रदेश का हिस्सा) के कोरिया ज़िले में देखा गया था। उस समय राजा रामानुज प्रताप सिंह देव ने तीन चीतों का शिकार किया था। यही घटना भारत में चीतों के प्राकृतिक रूप से पाए जाने का अंतिम रिकॉर्डेड उदाहरण मानी जाती है।   इसके बाद भारत सरकार ने लंबे समय तक चीतों के न मिलने और शिकार के चलते उनकी प्रजाति को लुप्त मान लिया , और 1952 में भारत सरकार ने औपचारिक रूप से चीते को "विलुप्त" ( Extinct) घोषित कर दिया। इसके बाद से भारत में चीते की पुनर्स्थापना को लेकर कई बा...

बाघों की बढ़ती संख्‍या नौरादेही टाइगर रिजर्व में अब 23 बाघ!!!!

मध्यप्रदेश के सबसे बड़े टाइगर रिजर्व , वीरांगना रानी दुर्गावती नौरादेही टाइगर रिजर्व से वन्यजीव प्रेमियों और संरक्षणकर्ताओं के लिए बेहद सुखद समाचार सामने आया है। रिजर्व की बाघिन N-112 ने एक बार फिर चार शावकों को जन्म दिया है। यह न केवल जैव विविधता के संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है , बल्कि इस क्षेत्र में बाघों की स्थिर और बढ़ती आबादी का भी संकेत है। बाघिन N-112 और उसका वंश: राधा की विरासत आगे बढ़ रही है इस खबर को खास बनाने वाली बात यह है कि बाघिन N-112 कोई साधारण बाघिन नहीं , बल्कि “मदर ऑफ नौरादेही ” कही जाने वाली बाघिन राधा की पहली संतान है। वर्ष 2019 में जब राधा ने नौरादेही में पहली बार तीन शावकों को जन्म दिया था , तभी से वह नौरादेही की पहचान बन गई। अब राधा नानी बन चुकी हैं , और उनकी बेटी N-112 ने दूसरी बार चार बच्चों को जन्म देकर इस वंश को आगे बढ़ाया है। यह दूसरी बार है जब बाघिन N-112 ने चार शावकों को जन्म दिया है। इससे पहले भी उसने चार बच्चों को जन्म दिया था , जिनमें तीन मादा (बाघिन) और एक नर (बाघ) था। वे शावक लगभग 22 महीने तक अपनी मां के साथ रहे। जैसे ही वे स्व...