सागर शहर को स्वच्छ, सुंदर और हरित बनाने के लिए नगर निगम आयुक्त श्री राजकुमार खत्री लगातार नए और अभिनव प्रयासों में जुटे हुए हैं। उनका मानना है कि शहर की सफाई और सुंदरता में केवल निगम कर्मचारियों और अधिकारियों की नहीं, बल्कि नागरिकों की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। शहर को स्वच्छता में अग्रणी बनाने के लिए निगमायुक्त ने अब एक नई दिशा दी है, जिसमें सफाई, सुंदरता, और पर्यावरण का समावेश किया गया है। बुधवार को लोहिया पार्क का निरीक्षण करते हुए उन्होंने पार्क में बैठकर धूप ले रहे बुजुर्ग नागरिकों से स्वच्छता पर संवाद किया और शहर की सफाई और सुंदरता के लिए चलाए जा रहे कार्यों के बारे में उनके विचार जाने।
निगमायुक्त ने नागरिकों से अपील की कि वे अपने घरों में सफाई रखने के साथ ही आसपास के क्षेत्रों में भी स्वच्छता का ध्यान रखें। उनके अनुसार, घरों के आसपास की सड़कों, नालियों और सार्वजनिक स्थानों की सफाई सुनिश्चित करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि शासकीय संपत्तियों, पेड़-पौधों और कलाकृतियों को सुरक्षित रखने का प्रयास करना चाहिए, ताकि कोई भी असामाजिक तत्व इन्हें नुकसान न पहुंचा सके। निगमायुक्त ने यह भी सुझाव दिया कि अगर किसी स्थान पर कोई असामाजिक तत्व कुछ गलत करता है, तो नागरिकों को उसे रोकने का प्रयास करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी न फैले।
लोहिया पार्क को और अधिक हरित और सुंदर बनाने के लिए निगमायुक्त ने इंजीनियरों को निर्देश दिए। उन्होंने पार्क में नए पौधे लगाने, घास और बागवानी की देखभाल करने, और इसे आकर्षक बनाने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिए। उनका लक्ष्य लोहिया पार्क को न केवल एक हरा-भरा और सुंदर पार्क बनाना है, बल्कि इसे शहर के नागरिकों के लिए एक आदर्श स्थल भी बनाना है। निगमायुक्त ने यह भी कहा कि शहर में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए नागरिकों को अपने घरों और आसपास के स्थानों की सफाई में सक्रिय भागीदारी निभानी चाहिए।
इसके अलावा, निगमायुक्त ने शहर के विभिन्न स्थलों पर चल रहे निर्माण कार्यों और स्वच्छता कार्यों का भी निरीक्षण किया। उन्होंने सड़कों, गलियों और मुहल्लों की सफाई को सुनिश्चित करने के लिए सफाई मित्रों और निगम कर्मियों को निर्देशित किया। निगमायुक्त का मानना है कि छोटे-छोटे प्रयासों से बड़ी सफलता मिल सकती है। उनके अनुसार, शहर के हर कोने को स्वच्छ और सुंदर बनाना जरूरी है, ताकि सागर एक आदर्श शहर बने। उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों को यह भी निर्देश दिया कि वे नागरिकों से संवाद करें और उन्हें स्वच्छता के प्रति जागरूक करें।
निगमायुक्त ने सागर के जल स्रोतों की सफाई की भी समीक्षा की और धर्मश्री तिराहा स्थित कुएं का निरीक्षण किया। उन्होंने कुएं में उगी अनावश्यक खरपतवार, पेड़-पौधे आदि को हटाने और इसे सुंदर बनाने के निर्देश दिए। उनका मानना है कि जल स्रोतों की स्वच्छता और देखभाल भी शहर की सफाई का एक अहम हिस्सा है। इसके अलावा, उन्होंने शहर के विभिन्न चौराहों और रोटरी पर स्थित पेड़-पौधों की देखभाल का भी निरीक्षण किया और रैलिंग लगाने के दौरान उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
निगमायुक्त श्री खत्री का उद्देश्य यह है कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत 2024 के स्वच्छ सर्वेक्षण की तैयारियों में सफाई मित्रों, निगमकर्मियों और नागरिकों की मिलजुल कर किए गए प्रयासों से सागर को एक स्वच्छ, सुंदर और हरित शहर बनाया जाए। उन्होंने कहा कि सागर स्वच्छता के क्षेत्र में देशभर में अग्रणी स्थान हासिल करेगा, जब सभी नागरिक, निगम कर्मचारी और अधिकारी मिलकर यह कार्य करेंगे। इसके लिए नागरिकों को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी और वे सफाई के प्रति अपनी सक्रिय भागीदारी निभाएंगे। निगमायुक्त का यह दृष्टिकोण शहर को एक आदर्श और पर्यावरण-संवेदनशील स्थान बनाने की ओर एक कदम और बढ़ा रहा है।
इन प्रयासों के माध्यम से, सागर को एक सुंदर और स्वच्छ शहर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। निगमायुक्त श्री खत्री के नेतृत्व में, यह शहर जल्द ही स्वच्छता और पर्यावरण के मामलों में एक मिसाल बन सकता है, जो अन्य शहरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।
Comments
Post a Comment