मध्यप्रदेश में ऊर्जा के क्षेत्र में एक नई क्रांति की शुरुआत हो रही है। मुरैना जिले में देश का सबसे बड़ा सोलर पावर स्टोरेज प्लांट स्थापित किया जाएगा, जो न केवल मध्यप्रदेश, बल्कि पूरे देश के लिए ऊर्जा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। यह परियोजना पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में सस्ती और सतत ऊर्जा उपलब्ध कराने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
परियोजना का उद्देश्य और महत्व
देश
में बढ़ती ऊर्जा मांग को देखते हुए,
सौर ऊर्जा के
क्षेत्र में विकास की आवश्यकता बढ़ती जा रही है। हालांकि, सौर
ऊर्जा की एक बड़ी चुनौती यह है कि यह केवल दिन के समय उत्पन्न होती है, जबकि
रात के समय इसकी आपूर्ति रुक जाती है। इसी समस्या को हल करने के लिए, मुरैना
में सोलर पावर स्टोरेज प्लांट की स्थापना की जा रही है, जो
दिन में उत्पन्न सौर ऊर्जा को स्टोर करेगा और उसे रात के समय भी उपयोग में लाया जा
सकेगा।
प्रोजेक्ट की विशेषताएँ
क्षमता
और निवेश: इस प्लांट की क्षमता 600 मेगावाट
होगी और इसका निर्माण लगभग 3500 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा।
यह परियोजना सौर ऊर्जा क्षेत्र में एक बड़ी छलांग साबित होगी और देश के ऊर्जा
मिक्स को हरित ऊर्जा की दिशा में मजबूत करेगी।
आधुनिक
तकनीकी उपयोग: इस परियोजना में सौर ऊर्जा को स्टोर
करने के लिए अत्याधुनिक बैटरी स्टोरेज तकनीकी का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके द्वारा
उत्पन्न ऊर्जा को रात के समय उपयोग करने के लिए संग्रहित किया जाएगा, जिससे
निरंतर ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
भूमि
और स्थान: मुरैना जिले के लगभग 3000 हेक्टेयर
भूमि पर यह प्रोजेक्ट स्थापित होगा। यह स्थान ऊर्जा उत्पादन के लिए आदर्श है
क्योंकि यहां की मौसम की स्थिति और भूमि की उपयुक्तता इसे एक आकर्षक विकल्प बनाती
है।
इस
सोलर पावर स्टोरेज प्लांट से सबसे बड़ा लाभ कृषि क्षेत्र को होगा। खासकर रबी फसलों
के दौरान किसानों को रात में सस्ती दरों पर बिजली उपलब्ध होगी। इससे किसानों को
सिंचाई के लिए अतिरिक्त समय मिलेगा और वे अपनी फसलों का उत्पादन बढ़ा सकेंगे। यह
कदम मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के लाखों किसानों के लिए वरदान साबित होगा, जो
कृषि में आधुनिक तकनीक का उपयोग करने में सक्षम होंगे।
प्रत्याशित परिणाम और भविष्य की दिशा
मुरैना
में बन रहे इस सोलर पावर स्टोरेज प्लांट के सफल संचालन के बाद, यह
देश में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में एक नया मानक स्थापित करेगा। यह परियोजना न केवल
पर्यावरण के लिए लाभकारी होगी, बल्कि यह राज्य की बिजली उत्पादन
क्षमता को भी बढ़ाएगी।
मध्यप्रदेश
का मुरैना जिले में बन रहा देश का सबसे बड़ा सोलर पावर स्टोरेज प्लांट ऊर्जा के
क्षेत्र में एक अभूतपूर्व कदम है। यह परियोजना ना केवल राज्य की ऊर्जा जरूरतों को
पूरा करेगी, बल्कि देश को हरित ऊर्जा की दिशा में
एक नई दिशा प्रदान करेगी। इससे न सिर्फ किसानों को सस्ती और स्थिर ऊर्जा मिलेगी, बल्कि
पर्यावरण को भी बेहतर बनाए रखने में मदद मिलेगी। यह भारत की सौर ऊर्जा की क्षमता
को वैश्विक स्तर पर प्रोत्साहित करने में भी सहायक होगा।
The News Grit 13/02/2025
Comments
Post a Comment