हर वर्ष 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा विश्व स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिवस न केवल अच्छे स्वास्थ्य और तंदुरुस्त जीवन के महत्व को रेखांकित करता है, बल्कि इसका एक ऐतिहासिक महत्व भी है। इसी दिन वर्ष 1948 में WHO की स्थापना हुई थी। इसका मुख्यालय जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड में स्थित है।
इस वर्ष 2025 की थीम “स्वस्थ शुरुआत, आशाजनक भविष्य” माताओं और नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य और कल्याण पर केंद्रित है। यह विषय इस सच्चाई की ओर इशारा करता है कि स्वस्थ परिवारों और समुदायों की नींव मां और बच्चे की भलाई में निहित है। जब एक महिला सुरक्षित गर्भावस्था और प्रसव अनुभव करती है, और जब एक नवजात बच्चे को जीवन के पहले महीनों में पर्याप्त देखभाल मिलती है, तभी समाज का भविष्य उज्ज्वल बनता है।
मातृत्व और शिशु स्वास्थ्य मौजूदा हालात और
चुनौतियाँ
आज भी दुनियाभर में स्वास्थ्य सेवाओं की मौजूदगी के बावजूद, हर साल लगभग 3 लाख महिलाएँ गर्भावस्था या प्रसव के दौरान जान गंवा देती हैं। इसके अलावा,
20 लाख से ज्यादा नवजात शिशु अपने पहले महीने में ही मर जाते हैं,
और करीब 20 लाख शिशु जन्म के समय ही मृत होते
हैं। ये आंकड़े वाकई चिंतनीय हैं—औसतन हर 7 सेकंड में एक ऐसी
मौत हो रही है, जिसे रोका जा सकता था।
अगर वर्तमान हालात ऐसे ही रहे, तो आंका जा रहा है कि 5 में
से 4 देश 2030 तक मातृ मृत्यु दर में
कमी के लक्ष्यों को नहीं पूरा कर पाएंगे, और 3 में से 1 देश नवजात मृत्यु दर में कमी का लक्ष्य भी
हासिल नहीं कर पायेगा।
महिलाओं की आवाज़ और परिवारों का समर्थन
एक
स्वस्थ समाज तभी बन सकता है जब हम महिलाओं की बातें सुनें और उनके अनुभवों को
समझें। गर्भावस्था से लेकर बच्चे के जन्म तक, महिलाओं को
सिर्फ शारीरिक ही नहीं, बल्कि भावनात्मक और मानसिक सपोर्ट की
भी जरूरत होती है।
हेल्थ सिस्टम्स को सिर्फ प्रसव से जुड़ी समस्याओं पर ही नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य, गैर-संचारी बीमारियों, पोषण और परिवार नियोजन जैसी जरूरतों पर भी ध्यान देना चाहिए।
साथ ही,
नीतियों और कानूनी मदद से महिलाओं और परिवारों के अधिकारों की रक्षा
करना बेहद जरूरी है। ये नीतियाँ बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ, मातृत्व
अवकाश, और सुरक्षित जन्म जैसी सुविधाएँ मुहैया कराने में मदद
करती हैं।
अभियान के मकसद
विश्व
स्वास्थ्य दिवस 2025 के तहत इस साल का अभियान कुछ खास
लक्ष्यों पर ध्यान देगा।
🌐 जागरूकता बढ़ाना: माताओं और नवजातों की मौत के आंकड़ों पर ध्यान
देना और महिलाओं की सेहत के लिए लंबे समय तक देखभाल की महत्वता को बताना।
💡 निवेश की वकालत: सरकारों और संगठनों को महिलाओं और बच्चों के
स्वास्थ्य में सुधार के लिए सख्त कदम उठाने के लिए प्रेरित करना।
🤝 सहयोग: माता-पिता और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों
को जरूरी मदद और संसाधन मुहैया कराना।
📚 स्वास्थ्य जानकारी बांटना: गर्भावस्था, प्रसव और बाद की देखभाल के बारे में सही और
उपयोगी जानकारी फैलाना।
विश्व स्वास्थ्य दिवस 2025 सिर्फ एक दिन नहीं है, बल्कि यह एक बड़ा प्रयास है जो हमें याद दिलाता है कि हर महिला और हर
बच्चे को जीने और बढ़ने का पूरा अधिकार है। एक अच्छी शुरुआत न सिर्फ खुद के लिए,
बल्कि समाज और पूरे विश्व के लिए भी जरूरी है।
The News Grit, 07/04/2025
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