भारतीय रेलवे की एक और डिजिटल क्रांति
भारतीय रेलवे
ने यात्रियों को आधुनिक, सहज और व्यापक
सुविधाएं देने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी
वैष्णव ने 1 जुलाई 2025 को नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में रेल सूचना
प्रणाली केंद्र (CRIS) के 40वें
स्थापना दिवस पर 'रेलवन ऐप' का शुभारंभ
किया। यह ऐप भारतीय रेलवे द्वारा यात्रियों के साथ संपर्क को सरल, सुविधाजनक और तकनीक-सक्षम बनाने की एक महत्वपूर्ण पहल है।
क्या है रेलवन एप?
रेलवन एक
"वन-स्टॉप डिजिटल प्लेटफॉर्म" है जो यात्रियों को रेलवे
से जुड़ी लगभग सभी आवश्यक सेवाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध कराता है। यह ऐप एंड्रॉइड
प्ले स्टोर और आईओएस ऐप स्टोर पर निशुल्क उपलब्ध है। इसके जरिए यात्रियों को कई
तरह की सेवाएं मिलेंगी जो पहले अलग-अलग एप या वेबसाइटों से ली जाती थीं।
ऐप
की खास बातें:
·
3% की छूट –
अब आप अनारक्षित टिकट और प्लेटफॉर्म टिकट खरीदते समय 3%
की छूट पा सकते हैं।
·
ट्रेन की लाइव स्थिति
देखें – आपकी ट्रेन कहां पहुंची है,
कितनी देर हो रही है – रेलवन ऐप पर रियल टाइम में ट्रैक कर सकते हैं।
·
शिकायतें दर्ज करें और
समाधान पाएं – सफर में कोई परेशानी हो?
तो ऐप से ही शिकायत भेजें और उसका हल पाएं – सीधे रेलवे तक।
·
खाना,
कुली और टैक्सी – सब एक जगह –
अब ट्रेन में खाना ऑर्डर करें (ई-कैटरिंग), स्टेशन
पर कुली (पोर्टर) बुक करें और उतरने के बाद टैक्सी की सुविधा भी लें – सब कुछ एक ही ऐप में।
·
सिंगल लॉगिन – पासवर्ड
भूलने का झंझट नहीं – लॉगिन के लिए बस एम-पिन या बायोमेट्रिक
(उंगली का निशान/चेहरा) इस्तेमाल करें – पासवर्ड याद रखने की जरूरत नहीं।
·
पुराने ऐप का अकाउंट
भी चलेगा – अगर आपने पहले से Rail
Connect या UTS ऐप पर अकाउंट बनाया है,
तो वही लॉगिन यहां भी काम करेगा – नया अकाउंट बनाने की जरूरत नहीं।
·
एक ऐप,
कई काम – जगह की बचत –
अब हर काम के लिए अलग-अलग ऐप डाउनलोड करने की जरूरत नहीं – रेलवन एक ही ऐप में सबकुछ
कर देता है, जिससे मोबाइल में जगह भी बचेगी।
·
आईआरसीटीसी से अधिकृत
– यह ऐप पूरी तरह से आईआरसीटीसी द्वारा मान्यता प्राप्त
है।
क्यों
है रेलवन ऐप खास?
रेलवन ऐप का
इंटरफेस उपयोगकर्ता के अनुकूल (User-Friendly) है,
जिसमें सभी सेवाएं एकीकृत रूप से उपलब्ध हैं। यह यात्रियों को
अलग-अलग ऐप्स के झंझट से छुटकारा दिलाता है और एक ही स्थान पर सारी सुविधाएं देता
है – चाहे वह टिकट की जानकारी हो, कैटरिंग हो या ट्रेन की
लाइव स्थिति।
रेलवन
एप को आप इस लिंक से डाउनलोड कर सकते है
https://play.google.com/store/apps/details?id=org.cris.aikyam
दिसंबर
2025
तक आएगी आधुनिक पीआरएस प्रणाली
रेल मंत्री
अश्विनी वैष्णव ने इस अवसर पर मौजूदा यात्री आरक्षण प्रणाली (Passenger
Reservation System) को आधुनिक बनाने के कार्य की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नया PRS
सिस्टम:
·
मौजूदा से
10 गुना अधिक लोड संभाल सकेगा।
·
1.5 लाख टिकट प्रति
मिनट की बुकिंग और 40 लाख पूछताछ प्रति मिनट करने में सक्षम
होगा।
·
बहुभाषी और
हाई-स्पीड सिस्टम होगा।
इसमें सीट
चयन,
टिकट मूल्य कैलेंडर, और दिव्यांगजनों, छात्रों व मरीजों के लिए विशेष विकल्प जैसी सुविधाएं होंगी।
तकनीक
से जुड़कर भविष्य की ओर
रेलवन ऐप न
केवल एक तकनीकी प्रगति है, बल्कि यह भारत को विश्वस्तरीय
यात्री सेवा देने की दिशा में भारतीय रेलवे की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। इस ऐप
से आम यात्रियों को डिजिटल सेवाओं का लाभ उठाने में आसानी होगी, चाहे वे किसी भी आयु वर्ग या क्षेत्र से हों।
रेल
मंत्री ने कहा – मौजूदा पीआरएस को अपग्रेड करने की
दिशा में हुई प्रगति के लिए क्रिस टीम की सराहना की। आधुनिक पीआरएस तेज,
बहुभाषी और मौजूदा लोड से 10 गुना अधिक भार
संभालने में सक्षम होगा। इससे प्रति मिनट 1.5 लाख टिकट
बुकिंग और 40 लाख पूछताछ की सुविधा होगी।
रेलवन ऐप का शुभारंभ भारतीय रेलवे की डिजिटल यात्रा का एक नया अध्याय है। यह ऐप यात्रियों को कई तरह की सेवाओं को एक ही प्लेटफॉर्म पर सहज रूप से उपलब्ध कराएगा और रेलवे के साथ उनके अनुभव को कहीं अधिक सरल, तेज़ और स्मार्ट बनाएगा। आने वाले समय में जब नया आधुनिक PRS सिस्टम भी चालू होगा, तब भारतीय रेलवे दुनिया के उन्नत रेल नेटवर्कों में शामिल होने की ओर और तेजी से बढ़ेगा।
The News Grit, 02/07/2025
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