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अदम्य श्रेणी का तीसरा तेज गश्ती पोत ‘अमूल्य’ भारतीय तटरक्षक बेड़े में शामिल!!

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लगातार मॉनिटरिंग और तकनीकी विश्लेषण से टूटा वाहन चोरों का नेटवर्क!!

मध्यप्रदेश में वाहन चोरी की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ पुलिस ने बीते एक सप्ताह के भीतर व्यापक और प्रभावी अभियान चलाते हुए बड़ी सफलता हासिल की है। राज्य के विभिन्न जिलों में की गई विशेष कार्रवाइयों के दौरान पुलिस ने कुल 33 चोरी की मोटरसाइकिलें , 4 ट्रैक्टर , एक बोलेरो वाहन , ट्रॉली और कई मोबाइल फोन बरामद किए हैं। इन अभियानों में तकनीकी विश्लेषण , मुखबिर तंत्र , अंतर-जिला समन्वय और त्वरित कार्रवाई की अहम भूमिका रही। सागर: अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश सागर जिले के थाना बंडा पुलिस ने अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का खुलासा करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों के कब्जे से 17 मोटरसाइकिलें , एक बोलेरो वाहन और एक मोबाइल फोन जब्त किया गया। वहीं थाना मोतीनगर पुलिस ने ट्रैक्टर चोरी के एक मामले में शातिर चोर को गिरफ्तार कर स्वराज 735 ट्रैक्टर व ट्रॉली (अनुमानित कीमत 3 लाख 50 हजार रुपये) बरामद की। छतरपुर: आदतन चोर गिरफ्तार , 6 बाइक और 8 मोबाइल जब्त छतरपुर जिले के थाना कोतवाली पुलिस ने जिला अस्पताल क्षेत्र से हुई मोटरसाइकिल चोरी के मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए आदतन चोर गजेंद्र उर्फ ...

आधार डेटा पूरी तरह सुरक्षित, यूआईडीएआई डेटाबेस में अब तक कोई सेंधमारी नहीं: सरकार!!

आधार कार्ड धारकों के व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा को लेकर सरकार ने बड़ा आश्वासन दिया है। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने लोकसभा में जानकारी देते हुए बताया कि अब तक यूआईडीएआई के केंद्रीय डेटाबेस से आधार कार्ड धारकों के डेटा का कोई उल्लंघन नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि आधार विश्व की सबसे बड़ी बायोमेट्रिक पहचान प्रणाली है , जिसके अंतर्गत करीब 134 करोड़ सक्रिय आधार धारक पंजीकृत हैं। इस प्रणाली के माध्यम से अब तक 16,000 करोड़ से अधिक प्रमाणीकरण लेनदेन सफलतापूर्वक पूरे किए जा चुके हैं , जो इसकी व्यापकता और उपयोगिता को दर्शाता है। बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू आधार जारी करने वाली संस्था भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने आधार संख्या धारकों के व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा के लिए व्यापक और मजबूत सुरक्षा उपाय लागू किए हैं। मंत्री ने बताया कि यूआईडीएआई ने अपने डेटाबेस की सुरक्षा के लिए गहन और बहुस्तरीय सुरक्षा प्रणाली विकसित की है , जिसकी निरंतर समीक्षा और ऑडिट किया जाता है। उन्नत एन्क्रिप्शन तकनीक का इस्तेमाल डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित ...

ग्रीन टी आधारित नैनो तकनीक से अल्जाइमर के उपचार की नई राह!!

अल्जाइमर रोग के बेहतर , प्रभावी और व्यापक उपचार की दिशा में भारतीय वैज्ञानिकों ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। ग्रीन टी में पाए जाने वाले शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट , न्यूरोट्रांसमीटर और अमीनो एसिड को नैनो तकनीक के माध्यम से एकीकृत कर विकसित की गई यह नई विधि अल्जाइमर रोग की प्रगति को धीमा करने , स्मृति में सुधार लाने और विचार व सीखने की क्षमताओं को सशक्त बनाने की क्षमता रखती है। यह खोज ऐसे समय में सामने आई है , जब दुनिया भर में अल्जाइमर एक गंभीर वैश्विक स्वास्थ्य चुनौती के रूप में उभर चुका है। वैश्विक चुनौती बनता अल्जाइमर रोग अल्जाइमर रोग उम्र बढ़ने के साथ तेजी से बढ़ने वाला एक न्यूरोडीजेनेरेटिव विकार है , जो न केवल मरीजों की जीवन-गुणवत्ता को गंभीर रूप से प्रभावित करता है , बल्कि उनके परिवारों और देखभाल करने वालों पर भी भारी आर्थिक बोझ डालता है। बुजुर्ग अवस्‍था में इस समस्या के और गंभीर होने की आशंका है , जिससे प्रभावी उपचार और निवारक रणनीतियों की आवश्यकता और अधिक स्पष्ट हो जाती है। पारंपरिक उपचारों की सीमाएं अब तक उपलब्ध अल्जाइमर के पारंपरिक उपचार सामान्यतः रोग के केवल एक ह...

दिल्‍ली की सड़कों पर धूल नियंत्रण में बड़ी खामियां उजागर!!

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ( CAQM) ने दिल्‍ली में सड़कों की स्थिति और धूल नियंत्रण उपायों की जमीनी हकीकत परखने के लिए बड़ा निरीक्षण अभियान चलाया है। आयोग के उड़न दस्तों ने 12 दिसंबर 2025 को दिल्‍ली विकास प्राधिकरण ( DDA) के अधिकार क्षेत्र में आने वाले 136 सड़क खंडों का निरीक्षण किया , जिसमें सड़क रखरखाव और प्रदूषण नियंत्रण से जुड़ी कई प्रत्यक्ष कमियां सामने आईं। इस व्यापक सड़क निरीक्षण अभियान के तहत 19 निरीक्षण टीमें तैनात की गई थीं। इन टीमों में CAQM के उड़न दस्ते और दिल्‍ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के अधिकारी शामिल थे। यह अभियान आयोग के वैधानिक ढांचे और वर्तमान में लागू ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान के प्रावधानों के तहत निरंतर निगरानी और उनके प्रभावी क्रियान्वयन के उद्देश्य से किया गया। धूल , कूड़ा और मलबे पर विशेष फोकस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य सड़कों पर दिखाई देने वाली धूल , नगरपालिका द्वारा फेंके गए कचरे , भवन निर्माण और ध्वस्तीकरण से उत्पन्न मलबे के ढेर तथा जैविक कचरे को खुले में जलाने की घटनाओं का आकलन करना था। निरीक्...

बीएमसी में सफल नेत्र प्रत्यारोपण: कोर्निया दान से दो दृष्टिहीनों को मिली नई रोशनी!!

सागर। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज , में नेत्र चिकित्सा के क्षेत्र में एक बड़ी और प्रेरणादायी उपलब्धि सामने आई है। यहां आई बैंक और नेत्र रोग विभाग की संयुक्त टीम ने कोर्निया प्रत्यारोपण के जरिए दो मरीजों की खोई हुई दृष्टि सफलतापूर्वक बहाल की है। इस उपलब्धि ने न केवल मरीजों के जीवन में उजाला लौटाया है , बल्कि समाज में नेत्र दान के महत्व को भी रेखांकित किया है। बीएमसी के डीन डॉ. पी. एस. ठाकुर ने इस अवसर पर कहा कि कोर्निया दान और नेत्र प्रत्यारोपण दृष्टिहीन लोगों के जीवन को नई दिशा देने वाला कार्य है। दान किए गए स्वस्थ कोर्निया के माध्यम से क्षतिग्रस्त पुतली को बदला जाता है , जिससे धुंधलापन , दर्द और देखने की समस्या दूर होती है। यह पूरी प्रक्रिया पूरी तरह निःशुल्क है और एक निस्वार्थ सामाजिक सेवा का उत्कृष्ट उदाहरण है। एक माह की बच्ची को मिली नई जिंदगी पहला मामला एक माह की मासूम बच्ची का है , जिसे करीब 15 दिन पहले आंखों में गंभीर संक्रमण के चलते बीएमसी के आई वार्ड में भर्ती कराया गया था। संक्रमण की गंभीरता इतनी अधिक थी कि दोनों आंखों की पुतलियां खराब हो चुकी थीं और बच्ची असहनीय दर्द से ज...

प्रयागराज में मल्टी-फीडस्टॉक Bio-CNG प्‍लांट, स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा!!

प्रयागराज में स्वच्छ भारत मिशन–अर्बन 2.0 के तहत कचरा प्रबंधन की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल हुई है। आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय के निरंतर प्रयासों के तहत शहर में एक अत्याधुनिक मल्टी-फीडस्टॉक Bio-CNG प्‍लांट का शुभारंभ किया गया है। यह प्‍लांट न केवल प्रयागराज के ठोस कचरे के वैज्ञानिक प्रबंधन में सहायक होगा , बल्कि स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन के माध्यम से सर्कुलर इकोनॉमी को भी सुदृढ़ करेगा। यह परियोजना देश के प्रमुख वेस्ट-टू-एनर्जी मॉडल्स में शामिल हो चुकी है और हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने की दिशा में एक उल्लेखनीय पहल मानी जा रही है। ऑर्गेनिक कचरे से स्वच्छ ऊर्जा: प्‍लांट की मुख्य क्षमता प्रयागराज में विकसित इस आधुनिक Bio-CNG प्‍लांट की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि यह विभिन्न प्रकार के कार्बनिक कचरे को संसाधित कर स्वच्छ ईंधन उत्पन्न करने में सक्षम है। संयंत्र की क्षमता 343 टन ऑर्गेनिक वेस्ट प्रतिदिन प्रोसेस करने की है , जिसके परिणामस्वरूप लगभग 21 टन प्रति दिन Bio-CNG का उत्पादन हो रहा है। प्‍लांट में नगर निगम प्रयागराज द्वारा लाए जा रहे गीले कचरे की मात्रा भी उल्लेखनीय रूप से...

नागालैंड में जल सुरक्षा को नई दिशा—मिशन वाटरशेड की शुरुआत!

कोहिमा , नागालैंड पूर्वोत्तर में जल संरक्षण और ग्रामीण सतत विकास को नई दिशा देने के उद्देश्य से भारत सरकार ने राज्य स्तरीय वाटरशेड महोत्सव 2025 की शुरुआत की। ग्रामीण विकास और संचार राज्य मंत्री डॉ. पेम्मासानी चंद्रशेखर ने सोमवार को नागा सॉलिडेरिटी पार्क में इस महोत्सव का औपचारिक शुभारंभ किया। यह पहल प्रदेश के जल-अभावग्रस्त इलाकों को जल-सुरक्षित बनाने , पारंपरिक जल स्रोतों को फिर से जीवंत करने और भूमि संसाधनों के वैज्ञानिक संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है। वाटरशेड विकास: ग्रामीण भारत में मौन क्रांति उद्घाटन समारोह में डॉ. पेम्मासानी ने स्पष्ट रूप से कहा कि “जल सुरक्षा ही राष्ट्रीय सुरक्षा है।” उन्होंने बताया कि मिशन वाटरशेड पुनरुत्थान का मुख्य उद्देश्य केवल पानी का संरक्षण भर नहीं , बल्कि ग्रामीण जीवन को मजबूत आधार देना है। इस मिशन के तहत पारंपरिक जल स्रोतों को पुनर्जीवित किया जाएगा , बंजर भूमि को फिर से उपजाऊ बनाया जाएगा , जल संचयन संरचनाओं को मजबूत किया जाएगा और स्थानीय समुदाय को संरक्षण कार्यों में सक्रिय रूप से जोड़ा जाएगा। साथ ही , मनरेगा जैसी योजनाओं के...

अनाज भंडारण में डिजिटल जम्प: मध्यप्रदेश ने लॉन्च किए तीन मॉनिटरिंग ऐप!!

मध्यप्रदेश के खाद्य विभाग में डिजिटल मॉनिटरिंग की नई क्रांति की शुरुआत हो गई है। खाद्य , नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने ग्वालियर से अनाज भंडारण व्यवस्था को पूरी तरह आधुनिक और पारदर्शी बनाने के लिए तीन हाई-टेक मोबाइल ऐप - निरीक्षण ऐप , नमी मापक ऐप और फ्यूमिगेशन ऐप - लॉन्च किए। इनके जरिए प्रदेश के सभी गोदामों की निगरानी अब तकनीक आधारित , रियल-टाइम और पूर्णतः पारदर्शी तरीके से हो सकेगी। भंडारण व्यवस्था में डिजिटल क्रांति मंत्री राजपूत ने कहा कि खाद्यान्न की गुणवत्ता , पारदर्शिता और जवाबदेही से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। राज्य सरकार का लक्ष्य है कि निरीक्षण से लेकर फ्यूमिगेशन तक हर प्रक्रिया डिजिटल हो , ताकि हर स्तर पर गड़बड़ी पर स्वतः रोक लग सके और नागरिकों तक गुणवत्तापूर्ण अनाज पहुंच सके। निरीक्षण ऐप: लोकेशन-बेस्ड रियल-टाइम चेकिंग निरीक्षण ऐप के माध्यम से अब गोदामों का भौतिक निरीक्षण पूरी तरह रियल-टाइम और लोकेशन-बेस्ड तरीके से होगा। निरीक्षण का पूरा रोस्टर भोपाल मुख्यालय द्वारा तैयार किया जाएगा , और एक ब्रांच के गोदाम का निरीक्षण दूसरी ब्रांच का...

पासपोर्ट सत्यापन रिकॉर्ड हुआ डिजिटली: डिजिलॉकर ने नागरिक सेवाओं को किया आसान!!

नागरिक सेवाओं को सरल , सुरक्षित और पूरी तरह डिजिटल बनाने की दिशा में केंद्र सरकार ने एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस प्रभाग ने विदेश मंत्रालय के सहयोग से डिजिलॉकर प्‍लेटफार्म पर पासपोर्ट वेरिफिकेशन रिकॉर्ड ( PVR) उपलब्ध कराने की घोषणा की है। यह सुविधा लाखों पासपोर्ट आवेदकों और धारकों के लिए बड़ी राहत लेकर आई है। डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के अंतर्गत डिजिलॉकर एक सुरक्षित क्‍लाउड-आधारित प्‍लेटफार्म है , जो सरकारी दस्तावेजों को सुरक्षित रूप से जारी करने , संग्रहित करने , साझा करने और सत्यापित करने की सुविधा देता है। पासपोर्ट सत्यापन रिकॉर्ड के डिजिलॉकर से जुड़ने के बाद अब नागरिक इस महत्वपूर्ण दस्तावेज को कभी भी , कहीं भी एक्सेस कर सकेंगे। डिजिलॉकर में पासपोर्ट सत्यापन रिकॉर्ड: क्या होगा लाभ ? ·          हर समय और कहीं से भी रिकॉर्ड की उपलब्धता पासपोर्ट सत्यापन पूरा होने के बाद नागरिक अपने डिजिलॉकर अकाउंट में मौजूद ‘ Issued Documents’ सेक्शन से सीधे अपने PVR को एक्सेस कर सकेंगे...