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Showing posts from July, 2025

ब्रह्मांड की शुरुआती आवाजे सुनने में एक छोटे कंप्यूटर की बड़ी भूमिका!!

लद्दाख की पूगा घाटी में छुपा जीवन का रहस्य, वैज्ञानिकों की खोज ने चौंकाया!!

लद्दाख की बर्फीली ऊँचाइयों में स्थित पूगा घाटी का एक प्राकृतिक गर्म झरना अब वैज्ञानिकों के लिए जीवन की उत्पत्ति का नया सुराग बनकर उभरा है। भारत के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी खोज की है जो न केवल पृथ्वी पर जीवन के शुरुआती दिनों को समझने में मदद करेगी , बल्कि मंगल ग्रह जैसे अन्य ग्रहों पर जीवन की खोज को भी नई दिशा दे सकती है। यह शोध न केवल खगोल-जीवविज्ञान ( Astrobiology) को नया आधार देता है , बल्कि यह दर्शाता है कि कैसे पृथ्वी जैसी चरम परिस्थितियों में भी जीवन के अणु बन सकते हैं , टिक सकते हैं और संरक्षित रह सकते हैं। पूगा घाटी: जहां बर्फ के बीच गर्म पानी बहता है लद्दाख के इस इलाके में स्थित पूगा घाटी भू-तापीय गतिविधियों और प्राकृतिक गर्म झरनों के लिए पहले से ही जानी जाती है। लेकिन अब यह घाटी वैज्ञानिक अनुसंधान के केंद्र में है। यहां पर वैज्ञानिकों ने देखा कि झरनों के आसपास तेजी से कैल्शियम कार्बोनेट ( CaCO ₃ ) जमा हो रहा है , जिसे ट्रैवर्टीन ( Travertine) कहा जाता है। ट्रैवर्टीन में मिले जीवन के संकेत बीरबल साहनी पुराविज्ञान संस्थान ( BSIP) के वैज्ञानिकों ने इन ट्रैवर्टीन जमाओं का गहराई...

CSR फंड से थैलेसीमिया बच्चों का मुफ्त इलाज, कोल इंडिया की नई पहल!!

थैलेसीमिया से जूझ रहे बच्चों और उनके परिवारों के लिए एक राहत भरी खबर है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और कोल इंडिया लिमिटेड ( CIL) के संयुक्त प्रयास से थैलेसीमिया बाल सेवा योजना ( TBSY) के अंतर्गत अब 10 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता दी जाएगी , जिससे बोन मैरो ट्रांसप्लांट ( BMT) जैसी जटिल और महंगी प्रक्रिया आम लोगों के लिए भी सुलभ हो सकेगी। क्या है थैलेसीमिया ? थैलेसीमिया एक आनुवंशिक रक्त विकार है , जिसमें शरीर में पर्याप्त मात्रा में हीमोग्लोबिन नहीं बनता। इसकी वजह से रोगी को बार-बार खून चढ़ाने की आवश्यकता होती है। लंबे समय तक इलाज महंगा होने के कारण कई परिवार इलाज अधूरा छोड़ देते हैं। कहां मिलेगा इलाज ? इस योजना के तहत देश भर के 17 सूचीबद्ध अस्पतालों में योग्य बच्चों को बोन मैरो ट्रांसप्लांट की सुविधा दी जा रही है। इनमें प्रमुख 10 अस्पतालों की सूची इस प्रकार है: ·          All India Institute of Medical Sciences (AIIMS), नई दिल्ली ·          Christian Medical College (CMC), लुधियाना ·  ...

भारत-सिंगापुर सैन्य अभ्यास 'बोल्ड कुरुक्षेत्र 2025' जोधपुर में शुरू!!

भारत और सिंगापुर के बीच गहराते रक्षा संबंधों का प्रतीक बन चुका सैन्य अभ्यास ' एक्सरसाइज बोल्ड कुरुक्षेत्र ' एक बार फिर से शुरू हो गया है। इस अभ्यास का 14 वां संस्करण आज राजस्थान के जोधपुर में आरंभ हुआ , जो कि 4 अगस्त 2025 तक चलेगा। यह अभ्यास दोनों देशों के बीच सामरिक साझेदारी को मजबूती देने और सैन्य समन्वय को नए स्तर तक पहुँचाने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। दोनों सेनाओं की भागीदारी इस बार के अभ्यास में सिंगापुर सशस्त्र बलों की 4 Singapore Armoured Brigade की 42 Singapore Armoured Regiment तथा भारतीय सेना की मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री रेजिमेंट भाग ले रही हैं। यह एक उच्च स्तरीय यंत्रीकृत संयुक्त अभ्यास है जिसमें युद्ध रणनीतियों का आदान-प्रदान , संयुक्त संचालन और तकनीकी समन्वय पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। अभ्यास का स्वरूप: टेबल टॉप और कंप्यूटर आधारित युद्धाभ्यास बोल्ड कुरुक्षेत्र 2025 एक टेबल टॉप अभ्यास और कंप्यूटर सिमुलेशन आधारित युद्धाभ्यास के रूप में संचालित किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य यंत्रीकृत युद्ध के लिए संचालन प्रक्रियाओं को सुदृढ़ करना और सैन्य कमा...

कर्ज की कीमत पर खुशियॉ रक्षाबंधन पर लाड़ली बहनाें के लिए सरकार का महंगा तोहफा!!

  लाड़ली बहनों को सौगात देने के लिए सरकार ने फिर कर्ज का रास्ता चुना 🔹 27 जुलाई 2025 रक्षाबंधन पर मध्यप्रदेश की लाड़ली बहनों को 250 रुपए की अतिरिक्त राशि देने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सरकार एक बार फिर कर्ज लेने जा रही है। यह कर्ज 4300 करोड़ रुपए का होगा, जो 30 जुलाई को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के जरिए उठाया जाएगा। यह जुलाई माह का दूसरा बड़ा कर्ज होगा, क्योंकि इससे पहले सरकार 8 जुलाई को 4800 करोड़ रुपए का कर्ज पहले ही ले चुकी है। इस तरह सिर्फ जुलाई माह में ही सरकार 9100 करोड़ रुपए का कर्ज उठा चुकी होगी। 🔹 कर्ज की नई किस्त: 17 और 23 साल की अवधि वाले दो कर्ज राज्य सरकार द्वारा लिया जा रहा यह कर्ज दो हिस्सों में होगा – 2000 करोड़ और 2300 करोड़ रुपए। इन दोनों कर्जों की अवधि क्रमशः 17 साल और 23 साल की होगी। सरकार इसे 29 जुलाई को नीलामी के ज़रिए उठाएगी और 30 जुलाई को कर्ज राशि मिल जाएगी। इस तरह मध्यप्रदेश पर कुल सरकारी कर्ज का भार बढ़कर ₹4.40 लाख करोड़ (₹440340 करोड़) के पार चला जाएगा। 🔹 मई, जून और जुलाई – कर्ज की लहर तारीख          राशि (₹ करोड़...

भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: टैक्स फ्री निर्यात से बढ़ेगा कारोबार, पेशेवरों को मिलेंगे नए अवसर!

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने यूनाइटेड किंगडम (ब्रिटेन) के साथ एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। दोनों देशों ने व्‍यापक आर्थिक एवं व्यापार समझौते ( Comprehensive Economic and Trade Agreement ) पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। इससे भारत के किसानों , कारीगरों , छोटे उद्योगों और पेशेवरों को सीधा लाभ मिलेगा। यह समझौता ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सर कीर स्टारमर की उपस्थिति में हुआ। भारत की ओर से वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और ब्रिटेन की ओर से व्यापार मंत्री जोनाथन रेनॉल्ड्स ने इस पर हस्ताक्षर किए। भारत की चीज़ें अब बिना टैक्स के बिकेंगी ब्रिटेन में भारत और ब्रिटेन के बीच हुए CETA समझौते के तहत अब भारत के लगभग 99% उत्पादों को शून्य आयात शुल्क ( Zero Tariff) के साथ ब्रिटेन में बेचा जा सकेगा। यानी इन सामानों पर कोई टैक्स नहीं लगेगा , जिससे भारतीय उत्पाद ब्रिटिश बाज़ार में और अधिक प्रतिस्पर्धी बन जाएंगे। इस सूची में कपड़ा , चमड़ा और जूते , समुद्री उत्पाद (जैसे झींगा मछली) , खिलौने , खेल के सामान , रत्न और आभूषण , ऑटो पार्ट्स और इंजीनियरिंग सामान जैसे प्रमुख श्रम-प्रधान और ते...

सेप्सिस का मिनटों में पता लगाने वाला नया नैनो-सेंसर विकसित: भारतीय वैज्ञानिकों की बड़ी सफलता!!

कालीकट , जुलाई 2025: गंभीर संक्रमण सेप्सिस की कुछ ही मिनटों में पहचान करने वाला एक नया , सस्ता और अत्यधिक संवेदनशील नैनो-सेंसर विकसित किया गया है। यह खोज न केवल रोगियों की जान बचाने में मददगार होगी , बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों और आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं में भी अत्यंत उपयोगी साबित हो सकती है। यह नई तकनीक राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान , कालीकट ( NIT Calicut) के वैज्ञानिकों की टीम ने विकसित की है , जिसका नेतृत्व प्रोफेसर डॉ. एन. संध्यारानी कर रही हैं। इस टीम ने एंडोटॉक्सिन नामक एक विषैले तत्व की त्वरित पहचान के लिए आठ अलग-अलग सेंसर आर्किटेक्चर और एक पोर्टेबल डिवाइस तैयार किया है। सेप्सिस क्या है और इसका पता कैसे लगाया जाता है ? सेप्सिस एक जानलेवा स्थिति होती है , जो शरीर में संक्रमण फैलने के कारण होती है। यह हालत अंगों के फेल होने , शॉक और मृत्यु तक पहुंच सकती है। सेप्सिस के इलाज में समय ही सबसे अहम भूमिका निभाता है। इसका पता एंडोटॉक्सिन जैसे बायोमार्कर से लगाया जा सकता है , जो ग्राम-नेगेटिव बैक्टीरिया की बाहरी झिल्ली में पाया जाता है। इसकी मौजूदगी से यह संकेत मिलता है कि स...

भारतीय तटरक्षक के लिए दूसरे स्वदेशी प्रदूषण नियंत्रण पोत 'समुद्र प्रचेत' का जलावतरण!!

गोवा , 23 जुलाई भारत की समुद्री सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण को नई मजबूती देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि दर्ज की गई है। गोवा शिपयार्ड लिमिटेड ( GSL) द्वारा भारतीय तटरक्षक बल ( ICG) के लिए निर्मित दूसरे और अंतिम स्वदेशी प्रदूषण नियंत्रण पोत ( Pollution Control Vessel - PCV) ' समुद्र प्रचेत ' का जलावतरण गोवा में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस पोत का निर्माण भारत सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत ’ अभियान के तहत किया गया है , जिसमें लगभग 72% स्वदेशी सामग्री का उपयोग हुआ है। इसके निर्माण में स्थानीय उद्योगों और MSME ( सूक्ष्म , लघु एवं मध्यम उद्यमों) की सक्रिय भागीदारी रही है , जिससे राष्ट्रीय क्षमता निर्माण , रोजगार सृजन और तकनीकी कौशल विकास को भी बल मिला है। अत्याधुनिक तकनीकों से लैस जहाज ' समुद्र प्रचेत ' अत्याधुनिक तकनीकों से युक्त है और इसे विशेष आर्थिक क्षेत्र ( EEZ) में किसी भी तरह के तेल रिसाव या समुद्री प्रदूषण पर त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया देने के लिए डिजाइन किया गया है। जहाज की लंबाई 114.5 मीटर , चौड़ाई 16.5 मीटर और भार विस्थापन 4,170 टन है। इस पर 14 अधिकारी और...

भारतीय डाक का डिजिटल बदलाव: ग्रामीण से शहरी भारत तक सेवा का विस्तार!!

भारत सरकार डाक सेवाओं को आधुनिक बनाने और उन्हें तकनीक-सक्षम , पारदर्शी व सुलभ बनाने की दिशा में ठोस कदम उठा रही है। संचार और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री डॉ. पेम्मासानी चंद्रशेखर ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि डाक विभाग द्वारा पूरे देश में डाक सेवाओं के डिजिटलीकरण , सुव्यवस्थापन और सेवाओं की पहुंच को बढ़ाने के लिए बहुआयामी योजनाएँ लागू की जा रही हैं। पासपोर्ट और आधार सेवाएं: घर के पास सुविधाएं डाक विभाग ने नागरिकों को पासपोर्ट सेवाएं सुलभ बनाने के लिए अब तक 450 डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्र ( POPSK) स्थापित किए हैं। इससे विशेष रूप से छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में पासपोर्ट आवेदन की प्रक्रिया सरल और सुविधाजनक हो रही है। वहीं , 13,352 से अधिक डाकघरों में आधार सेवाएं शुरू की गई हैं , जिनमें आधार नामांकन , बायोमेट्रिक अपडेट और जनसांख्यिकीय सुधार की सुविधाएं उपलब्ध हैं। स्कूलों और पंचायत भवनों में आधार शिविर आयोजित किए जा रहे हैं , जिससे घर-घर नामांकन और अपडेट की सुविधा सुनिश्चित हो रही है। पार्सल नेटवर्क को नया रूप डाक विभाग ने 188 पार्सल हब ( 79 लेवल- 1 और 1...