एक सदी पुरानी लड़ाई का ऐतिहासिक अंत
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सेनेगल को ट्रेकोमा से मुक्त घोषित कर दिया है, यानी अब यह देश इस संक्रामक और अंधत्व का कारण बनने वाली बीमारी से सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में मुक्त हो चुका है। यह उपलब्धि सेनेगल के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे अफ्रीकी महाद्वीप और वैश्विक स्वास्थ्य समुदाय के लिए एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। WHO द्वारा ट्रेकोमा से मुक्त घोषित किए गए देशों में सेनेगल अफ्रीकी क्षेत्र का नौवां देश है।
WHO के महानिदेशक डॉ. टेड्रॉस अधानोम घेब्रेयेसस ने इस सफलता पर कहा "मैं सेनेगल को बधाई देता हूं कि उसने अपनी जनता को इस बीमारी से आज़ादी दिलाई। यह उपलब्धि वैश्विक स्तर पर उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोगों के खिलाफ चल रही लड़ाई में आशाजनक संकेत है और उन देशों के लिए आशा की किरण है जो अभी भी ट्रेकोमा से जूझ रहे हैं।"
100 साल से भी पुरानी बीमारी, अब इतिहास बनी
ट्रेकोमा की पहचान सेनेगल में 1900 के दशक की शुरुआत में हुई थी। यह रोग लंबे समय तक अंधत्व का एक बड़ा कारण बना रहा। 1980 और 1990 के दशक में किए गए सर्वेक्षणों में यह बात स्पष्ट हुई कि ट्रेकोमा सेनेगल में एक गंभीर जनस्वास्थ्य समस्या है। इस चुनौती से निपटने के लिए सेनेगल ने 1998 में WHO के 'ट्रेकोमा उन्मूलन वैश्विक गठबंधन' (WHO Alliance for the Global Elimination of Trachoma) में भागीदारी की। वर्ष 2000 में पहला राष्ट्रीय सर्वेक्षण और फिर 2017 तक पूरे देश का रोग मानचित्रण पूरा किया गया। इस प्रक्रिया में Global Trachoma Mapping Project और Tropical Data जैसे साझेदार संगठनों की भूमिका महत्वपूर्ण रही।
नेत्र स्वास्थ्य कार्यक्रमों में ट्रेकोमा बना रहा प्रमुख प्राथमिकता
ट्रेकोमा नियंत्रण प्रयासों को सेनेगल ने अपने नेत्र स्वास्थ्य कार्यक्रमों के साथ गहराई से जोड़ा। पहले यह कार्य राष्ट्रीय अंधत्व निवारण कार्यक्रम (PNLC) के अंतर्गत किया गया और बाद में राष्ट्रीय नेत्र स्वास्थ्य संवर्धन कार्यक्रम (PNPSO) में समाहित हो गया। इससे यह सुनिश्चित किया गया कि ट्रेकोमा उन्मूलन का कार्य राष्ट्रीय नीति और प्राथमिकता बना रहे।
WHO की 'SAFE' रणनीति से मिली निर्णायक सफलता
ट्रेकोमा को खत्म करने के लिए सेनेगल ने WHO द्वारा अनुशंसित SAFE रणनीति का पालन किया। इस रणनीति के तहत देश के 24 जिलों में कुल 2.8 मिलियन (28 लाख) लोगों को सेवाएं प्रदान की गईं।
SAFE रणनीति के चार स्तंभ हैं:
1. Surgery (सर्जरी): अंधत्वकारी चरण (Trachomatous Trichiasis) के लिए ऑपरेशन।
2. Antibiotics (एंटीबायोटिक्स): एजिथ्रोमाइसिन का सामूहिक वितरण, जो फाइजर द्वारा International Trachoma Initiative के माध्यम से दान किया गया।
3. Facial Cleanliness (चेहरे की स्वच्छता): जागरूकता अभियान के जरिए स्वच्छता के महत्व को बढ़ावा देना।
4. Environmental Improvement (पर्यावरण सुधार): पानी और स्वच्छता सुविधाओं की उपलब्धता बढ़ाना।
दूसरी बड़ी बीमारी से मिली आजादी
यह उपलब्धि सेनेगल की सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में दूसरी बड़ी कामयाबी है, वर्ष 2004 में सेनेगल ने गिनी-वर्म रोग (Dracunculiasis) के संक्रमण को पूरी तरह समाप्त कर दिया था। गिनी-वर्म रोग एक दर्दनाक परजीवी रोग है, जो दूषित पानी में मौजूद छोटे कीड़ों के ज़रिए फैलता है। इसमें त्वचा के नीचे लंबा कीड़ा विकसित होता है और जलन के साथ बाहर निकलता है, जिससे तीव्र पीड़ा होती है।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इब्राहीमा स्ये ने इस ऐतिहासिक जीत पर कहा: “आज हम ट्रेकोमा के खिलाफ अपनी जीत का जश्न मना रहे हैं – ठीक 21 साल बाद, जब हमने ड्रैकनकुलियासिस के खिलाफ सफलता हासिल की थी। यह उपलब्धि हमें हमारे दीर्घकालिक लक्ष्य – उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोगों से पूरी तरह मुक्त सेनेगल – की याद दिलाती है।”
सेनेगल अब ह्यूमन अफ्रीकन ट्रिपैनोसोमियासिस (नींद की बीमारी) और ऑन्कोसर्कायासिस (रिवर ब्लाइंडनेस) जैसी अन्य बीमारियों को खत्म करने की दिशा में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है।
वैश्विक परिदृश्य: ट्रेकोमा उन्मूलन के प्रमाणित 25 देश
विश्व स्तर पर, सेनेगल अब उन 25 देशों में शामिल हो गया है जिन्हें WHO ने ट्रेकोमा को सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में समाप्त करने के लिए प्रमाणित किया है। इन देशों की सूची में शामिल हैं: बेनिन, बुरुंडी, कम्बोडिया, चीन, गाम्बिया, ईरान, लाओस, घाना, भारत, इराक, मलावी, माली, मॉरीतानिया, मैक्सिको, मोरक्को, म्यांमार, नेपाल, ओमान, पाकिस्तान, पापुआ न्यू गिनी, सऊदी अरब, टोगो, वानुआतु, वियतनाम और सेनेगल। ये देश उन 57 देशों के व्यापक समूह का हिस्सा हैं जिन्होंने कम से कम एक उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग को समाप्त कर दिया है।
अभी भी शेष है वैश्विक चुनौती
जुलाई 2025 तक ट्रेकोमा अभी भी 32 देशों में सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या बना हुआ है। इनमें से 20 देश केवल अफ्रीका के WHO क्षेत्र में हैं, जैसे कि:
अल्जीरिया, अंगोला, बुर्किना फासो, कैमरून, चाड, इथियोपिया, केन्या, नाइजर, नाइजीरिया, यूगांडा, ज़ाम्बिया, ज़िम्बाब्वे, गिनी, तंज़ानिया, मोज़ाम्बिक, इरिट्रिया, दक्षिण सूडान, कोटे डी आइवोर, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य और सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक। वहीं तीन अन्य देश – बोत्सवाना, नामीबिया और गिनी-बिसाऊ – यह दावा करते हैं कि वे ट्रेकोमा उन्मूलन के लक्ष्यों को प्राप्त कर चुके हैं, लेकिन अभी WHO प्रमाणन नहीं हुआ है।
WHO और से नेगल की साझेदारी जारी रहेगी
WHO के सेनेगल प्रतिनिधि डॉ. जीन-मैरी वियानी यामेओगो ने इस अवसर पर कहा “ट्रेकोमा ने सेनेगल के समुदायों पर एक सदी से अधिक समय तक असर डाला। आज यह अध्याय बंद हो रहा है। यह उन फ्रंटलाइन स्वास्थ्यकर्मियों, समुदायों और नेताओं की अडिग प्रतिबद्धता का प्रतीक है, जिन्होंने कभी हार नहीं मानी। WHO आगे भी सेनेगल को इस उपलब्धि को बनाए रखने में पूरा समर्थन देगा।”
ट्रेकोमा क्या है?
• यह Chlamydia trachomatis नामक बैक्टीरिया से फैलने वाला एक संक्रामक रोग है।
• यह संक्रमित व्यक्ति की आँख या नाक के स्राव के संपर्क में आई वस्तुओं, सतहों या मक्खियों के माध्यम से फैलता है।
• लंबे समय तक संक्रमण से पलकें अंदर की ओर मुड़ जाती हैं और अंधत्व हो सकता है।
जोखिम कारक:
• भीड़भाड़ में रहना
• स्वच्छता की कमी
• जल एवं सफाई सुविधाओं का अभाव
2030 के लक्ष्यों की ओर एक कदम
WHO का 2021–2030 रोडमैप उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोगों की रोकथाम, नियंत्रण और उन्मूलन पर केंद्रित है। ट्रेकोमा के खिलाफ सेनेगल की यह जीत इस वैश्विक अभियान को और बल देती है। यह उन गरीब और ग्रामीण समुदायों के लिए आशा और बदलाव की कहानी है, जिन्हें अब बेहतर स्वास्थ्य, गरिमा और अवसर मिल सकेंगे।
ट्रेकोमा पर विजय सेनेगल के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है – यह केवल एक रोग का अंत नहीं, बल्कि सार्वजनिक स्वास्थ्य के प्रति देश की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता और सामाजिक कल्याण हेतु लड़ी गई एक सदी पुरानी लड़ाई की जीत है।
The News Grit, 21/07/2025
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