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ओलंपिक स्वर्ण से सेना तक: नीरज चोपड़ा बने लेफ्टिनेंट कर्नल (मानद)!!

डाक विभाग ने अमेरिका के लिए अंतरराष्ट्रीय डाक सेवाओं को फिर से चालू किया!!

भारत से अमेरिका के लिए अंतरराष्ट्रीय डाक सेवाएं अब काफी समय के बाद फिर से शुरू होने जा रही हैं। इस संबंध में डाक विभाग ने घोषणा की है कि नई व्यवस्था के तहत यह सेवाएं 15 अक्टूबर 2025 से बहाल की जाएंगी। इसमें ईएमएस (स्पीड पोस्ट) , एयर पार्सल , पंजीकृत पत्र/पैकेट और ट्रैक किए गए पैकेट जैसी सभी सेवाएं शामिल होंगी। क्यों रुकी थीं डाक सेवाएं ? अमेरिकी प्रशासन द्वारा जारी कार्यकारी आदेश 14324 के बाद , भारत से अमेरिका के लिए डाक सेवाओं को 22 अगस्त 2025 से अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया था। यह कदम इसलिए उठाया गया क्योंकि अमेरिका के कस्टम्स एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन विभाग ने आयात शुल्क और नियामक प्रक्रियाओं के लिए नई तकनीकी आवश्यकताएँ लागू की थीं। इन आवश्यकताओं के चलते भारतीय डाक को अपनी प्रणाली में बदलाव कर उन्हें CBP के मानकों के अनुरूप बनाना पड़ा। क्या बदला अब ? पिछले कुछ महीनों में भारतीय डाक विभाग ने व्यापक तकनीकी सुधार , प्रणाली विकास और CBP द्वारा अनुमोदित योग्य पक्षों ( Approved Qualified Parties) के साथ समन्वय किया है। दिल्ली और महाराष्ट्र सर्किलों में सफल परीक्षणों के बाद अब व...

भारतीय डाक की नई पहल: स्पीड पोस्ट अब और सुरक्षित और स्मार्ट!!

भारतीय डाक विभाग ने अंतर्देशीय स्पीड पोस्ट (दस्तावेज) सेवा में बड़ा बदलाव करते हुए इसके शुल्क में संशोधन और कई नई तकनीक-आधारित सुविधाओं की शुरुआत की है। विभाग का कहना है कि इन सुधारों से स्पीड पोस्ट सेवा न केवल ग्राहकों के लिए अधिक सुविधाजनक होगी बल्कि यह और अधिक सुरक्षित , पारदर्शी और विश्वसनीय भी बनेगी। स्पीड पोस्ट की पृष्ठभूमि स्पीड पोस्ट सेवा की शुरुआत 1 अगस्त 1986 को हुई थी। उस समय भारतीय डाक का उद्देश्य देशभर में पत्रों और पार्सलों की तेज , सुरक्षित और समयबद्ध डिलीवरी सुनिश्चित करना था। धीरे-धीरे यह सेवा देश की सबसे लोकप्रिय और भरोसेमंद डाक सेवाओं में से एक बन गई। खास बात यह है कि इसने निजी कूरियर कंपनियों को भी कड़ी चुनौती दी और आज भी बड़ी संख्या में ग्राहक इसे सबसे सुरक्षित विकल्प मानते हैं। पिछले लगभग चार दशकों में स्पीड पोस्ट लगातार ग्राहकों की बदलती जरूरतों के अनुरूप खुद को ढालती रही है। यही कारण है कि यह आज भी लाखों लोगों के लिए भरोसे का दूसरा नाम है। अब भारतीय डाक ने इस सेवा को और आधुनिक बनाने के लिए तकनीक व नवाचार का सहारा लिया है और कई नई सुविधाएं जोड़ी हैं। नई स...