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ओलंपिक स्वर्ण से सेना तक: नीरज चोपड़ा बने लेफ्टिनेंट कर्नल (मानद)!!

युवा और बेरोजगार: चुनावी बहस का केंद्र बना नौकरी का मुद्दा!!

बिहार में चुनावी माहौल गरम है और राज्य का युवा मतदाता समूह नौकरी के सवाल पर सबसे संवेदनशील दिखता हैं। राजधानी के विभिन्न हिस्सों में पढ़ते , तैयारी करते और रोजगार की तलाश में लगे कई युवा यही संदेश दे रहे हैं की नौकरी चाहिए। यह वही समस्या है जिस पर सत्ताधारी और विपक्षी दोनों राजनीतिक दल अपने-अपने दावे गढ़ रहे हैं। कहानी जमीन से द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सेंटर के बाहर फुटपाथ पर पढ़ते 21 वर्षीय आदित्य कुमार कहते हैं , “ अंधा क्या माँगे , आँखों की रोशनी ; बेरोजगार युवा क्या माँगे नौकरी।” इसी इलाके के मुईन-उल-हक स्टेडियम के पास भी कई युवा शाम को खुले आसमान के नीचे समूह में पढ़ते हैं वे महज पढ़ाई के लिए नहीं आते , बल्कि सरकारी नौकरी की तैयारी के लिए एक-दूसरे से प्रेरणा पाने के लिए भी जुटते हैं। ये छात्र प्रतिमाह ₹3,000 से ₹5,500 तक का किराया देकर आसपास के गंदी , नमी वाली लॉज और होस्टल में रहते हैं। राजनीतिक वादे और दावे बिहार के युवा मतदाताओं को लुभाने के लिए एनडीए और महागठबंधन दोनों ही नौकरियों के वादे जोर-शोर से कर रहे हैं। राज्य सरकार ने हाल के दिनों में...

SSC चयन परीक्षाओं में भारी गड़बड़ी: Eduquity की नाकामी बनी छात्रों के आंदोलन की वजह!!

SSC की हालिया चयन परीक्षाओं की ज़िम्मेदारी जब नई एजेंसी 'Eduquity' को सौंपी गई , तो छात्रों को तकनीकी गड़बड़ियों , परीक्षा रद्द होने और परीक्षा केंद्रों पर भारी अव्यवस्था का सामना करना पड़ रहा है। इन समस्याओं के साथ ही प्रशासनिक लापरवाही ने हालात को और गंभीर बना दिया। यही कारण है कि सोशल मीडिया पर #SSCMisManagement हैशटैग के तहत व्यापक विरोध देखने को मिला है। एडुक्विटी – SSC परीक्षा एजेंसी क्यों बनी संकट का गढ़ ? ·          SSC ने Tata Consultancy Services ( TCS) की जगह Eduquity Career Technologies को परीक्षा एजेंसी के तौर पर नियुक्त किया। ·          इस एजेंसी ने ₹220 प्रति उम्मीदवार की दर से टेंडर जीता , जबकि TCS ₹350 प्रति उम्मीदवार के लिए प्रतियोगी कीमत रखता था। सूक्ष्म आर्थिक लाभ को प्राथमिकता देने के चलते गुणवत्ता से समझौता हुआ माना जा रहा है। ·          Eduquity की पिछली रिपोर्ट्स उज्जवल नहीं: इसे पहले काले चिट्ठे में डाला जा चुका था और कई राज्यों में पेप...