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कर्तव्य भवन 3 का उद्घाटन: सुशासन और समग्र प्रशासन की नई इमारत!!

कर्तव्य भवन का (पूर्व नाम: Common Central Secretariat) भारत सरकार की नई और आधुनिक प्रशासनिक इमारतों की श्रृंखला है, जो Central Vista Redevelopment Project के अंतर्गत बनाई जा रही है। इसका उद्देश्य है। सरकारी मंत्रालयों और विभागों को एक ही स्थान पर लाकर कार्यकुशलता, पारदर्शिता और ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देना।

कर्तव्‍य भवन क्या है?

कर्तव्‍य भवन एक आधुनिक, हरित (Green), सुरक्षित और डिजिटल रूप से सक्षम प्रशासनिक भवन है, जिसे भारत सरकार के विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों के कार्यालयों को एकीकृत रूप से संचालित करने के लिए बनाया जा रहा है।

इसके मुख्य उद्देश्य:

विखरे हुए मंत्रालयों को एकीकृत करनाअभी कई मंत्रालय दिल्ली के अलग-अलग स्‍थानों में काम कर रहे हैं। कर्तव्‍य भवन में इन्हें एक स्थान पर लाया जाएगा।

रेंटल खर्च में भारी कमीसरकारी कार्यालयों के किराए और रखरखाव पर आने वाला खर्च बचेगा।

आधुनिक टेक्नोलॉजी युक्त प्रशासन – Paperless ऑफिस, स्मार्ट एंट्री सिस्टम, IT नेटवर्किंग और कमांड-सेंटर जैसी सुविधाएं।

हरित निर्माण (Green Buildings)पर्यावरण के अनुकूल तकनीकों से युक्त भवन जो ऊर्जा और पानी की बचत करें।

कितने कर्तव्‍य भवन बनाए जा रहे हैं? Central Vista Project के तहत कुल 10 कर्तव्‍य भवन बनने की योजना है। इनमें से कर्तव्‍य भवन‑3 का उद्घाटन 6 अगस्त 2025 को हुआ। भवन‑1 और भवन‑2 निर्माणाधीन हैं और 2026 में पूरे होंगे। बाकी भवन 2027 तक बनकर तैयार हो जाएंगे  

कर्तव्‍य भवन‑3 की विशेषताएँ (उदाहरण):

तत्व

विवरण

मंज़िलें

2 बेसमेंट + 7 फ्लोर

क्षेत्रफल

लगभग 1.5 लाख वर्ग मीटर

कार्यालय

गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, ग्रामीण विकास, MSME, पेट्रोलियम आदि।

ऊर्जा सुविधा

सौर ऊर्जा उत्पादन, LED लाइट्स, 30% ऊर्जा बचत

पानी व्यवस्था

Zero-discharge, 11 लाख लीटर जल पुनः उपयोग

हरित तकनीक

GRIHA 4-स्टार रेटिंग लक्ष्य

पार्किंग

600+ वाहन, 120 EV चार्जिंग पॉइंट

इस भवन का नाम ‘कर्तव्‍य भवन क्यों रखा गया?

कर्तव्य भवन का नाम ‘कर्तव्य पथ’ से प्रेरित है, जिसे पहले ‘राजपथ’ कहा जाता था। इस नामकरण का उद्देश्य जनता के प्रति कर्तव्यपरायण और उत्तरदायी प्रशासन के विचार को प्रतीक रूप में प्रस्तुत करना है। ये सभी भवन नई दिल्ली के प्रतिष्ठित Central Vista क्षेत्र में स्थित हैं, जो राष्ट्रपति भवन और इंडिया गेट के मध्य फैला हुआ है।

कर्तव्य भवन‑3: प्रधानमंत्री मोदी ने किया उद्घाटन, केंद्र सरकार के मंत्रालयों को मिला नया आधुनिक परिसर

नई दिल्‍ली, 6 अगस्‍त 2025 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कर्तव्‍य पथ पर स्थित कर्तव्‍य भवन‑3 का भव्य उद्घाटन किया। यह भवन Central Vista पुनर्विकास परियोजना के तहत निर्मित पहला पूर्ण प्रशासनिक भवन है, जो भारत सरकार के प्रमुख मंत्रालयों के लिए आधुनिक, हरित और केंद्रीकृत कार्यालय परिसर प्रदान करेगा।

नए भारत की प्रशासनिक पहचान

उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री ने कर्तव्य पथ पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए इसे सुव्यवस्थित और उत्तरदायी शासन” की दिशा में एक मजबूत कदम बताया। उन्होंने कहा कि कर्तव्य भवन‑3 न केवल प्रशासनिक कुशलता को बढ़ाएगा, बल्कि पारदर्शिता, ऊर्जा बचत और पर्यावरणीय संवेदनशीलता को भी प्राथमिकता देगा।

भवन की प्रमुख विशेषताएँ

कर्तव्य भवन‑3 लगभग 1.5 लाख वर्ग मीटर क्षेत्रफल में फैला हुआ है, जिसमें दो भूमिगत तल और सात मंजिले शामिल हैं। इसे Paperless Office Culture, Advanced Digital Security, और Green Energy Efficiency की दृष्टि से डिज़ाइन किया गया है।

इसमें निम्न मंत्रालयों और विभागों को स्थानांतरित किया जाएगा:

·         गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs)

·         विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs)

·         ग्रामीण विकास मंत्रालय

·         MSME मंत्रालय

·         कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन विभाग (DoPT)

·         पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय

·         प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार (Principal Scientific Adviser) का कार्यालय

तकनीकी और सुरक्षा विशेषताएँ

·         भवन को IT-ready secure workspaces के रूप में डिज़ाइन किया गया है:

·         ID कार्ड आधारित एक्सेस कंट्रोल

·         इंटीग्रेटेड इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस

·         सेंट्रल कमांड एंड कंट्रोल सेंटर

ये सभी उपाय भवन को एक स्मार्ट प्रशासनिक हब में बदलते हैं।

हरित तकनीक और ऊर्जा संरक्षण

कर्तव्य भवन‑3 को Green Rating for Integrated Habitat Assessment 4‑Star Rating प्राप्त करने के उद्देश्य से निर्मित किया गया है। इसमें शामिल हैं:

·         Double-glazed façades और सेंसर आधारित LED लाइटिंग

·         Rooftop solar system (366 kWp) और Solar water heaters

·         GRIHA के जरिए लगभग 30% ऊर्जा की बचत होती है

·         प्रति वर्ष लगभग 5.3 लाख यूनिट बिजली उत्पादन संभव है

·         जल प्रबंधन और कचरा नियंत्रण

·         भवन एक Zero-discharge facility है:

·         रोजाना 11 लाख लीटर गंदे पानी का पुनर्चक्रण

·         करीब 60% पानी की आवश्यकता री-साइकल पानी से पूरी की जाती है

·         Solid waste processing की सुविधा के तहत लगभग 1,000 किलो ऑर्गेनिक कचरे को compost में बदला जाता है

·         निर्माण में recycled materials का भी उपयोग किया गया है

·         पार्किंग और मोबिलिटी समाधान

·       आधुनिक शहरी गतिशीलता की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए भवन में सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।

·         600+ वाहन पार्किंग क्षमता

·         120 इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) चार्जिंग स्टेशन्स

·         Smart parking guidance system और Puzzle parking arrangements.

केंद्रीय विस्टा परियोजना में भूमिका

कर्तव्य भवन‑3, 10 प्रस्तावित Common Central Secretariat भवनों में से पहला पूर्ण हुआ भवन है। अगले दो भवन कर्तव्य भवन‑1 और 2, अगले वर्ष तक तैयार हो जाएंगे। सभी 10 भवनों का निर्माण कार्य मध्य‑2027 तक पूरा किया जाना है।

Central Vista Project (2019) के अंतर्गत निम्न निर्माण भी शामिल हैं:

·         नया संसद भवन (Sansad Bhavan)

·         उपराष्ट्रपति निवास (Vice President Enclave)

·         Executive Enclave (प्रधानमंत्री कार्यालय समेत)

कर्तव्य भवन‑3 का उद्घाटन भारत सरकार की प्रशासनिक दक्षता, हरित दृष्टिकोण और डिजिटल गवर्नेंस की दिशा में एक महत्‍वपूर्ण मील का पत्थर है। यह न केवल सरकारी कामकाज को आसान और कुशल बनाएगा, बल्कि राष्ट्र को भविष्य के लिए एक मजबूत आधार देगा। कर्तव्‍य भवन केवल एक भवन नहीं, बल्कि भारत सरकार के प्रशासनिक दृष्टिकोण में हो रहे आधुनिक, पारदर्शी और पर्यावरण-संवेदनशील बदलावों का प्रतीक है। 

The News Grit, 06/08/2025

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