भारतीय डाक विभाग ने अंतर्देशीय स्पीड पोस्ट (दस्तावेज) सेवा में बड़ा बदलाव करते हुए इसके शुल्क में संशोधन और कई नई तकनीक-आधारित सुविधाओं की शुरुआत की है। विभाग का कहना है कि इन सुधारों से स्पीड पोस्ट सेवा न केवल ग्राहकों के लिए अधिक सुविधाजनक होगी बल्कि यह और अधिक सुरक्षित, पारदर्शी और विश्वसनीय भी बनेगी।
स्पीड
पोस्ट की पृष्ठभूमि
स्पीड पोस्ट
सेवा की शुरुआत 1 अगस्त 1986 को हुई थी। उस समय भारतीय डाक का उद्देश्य देशभर में
पत्रों और पार्सलों की तेज, सुरक्षित और समयबद्ध
डिलीवरी सुनिश्चित करना था। धीरे-धीरे यह सेवा देश की सबसे लोकप्रिय और भरोसेमंद
डाक सेवाओं में से एक बन गई। खास बात यह है कि इसने निजी कूरियर कंपनियों को भी
कड़ी चुनौती दी और आज भी बड़ी संख्या में ग्राहक इसे सबसे सुरक्षित विकल्प मानते
हैं।
पिछले लगभग
चार दशकों में स्पीड पोस्ट लगातार ग्राहकों की बदलती जरूरतों के अनुरूप खुद को
ढालती रही है। यही कारण है कि यह आज भी लाखों लोगों के लिए भरोसे का दूसरा नाम है।
अब भारतीय डाक ने इस सेवा को और आधुनिक बनाने के लिए तकनीक व नवाचार का सहारा लिया
है और कई नई सुविधाएं जोड़ी हैं।
नई
सुविधाएं
डाक विभाग ने
घोषणा की है कि स्पीड पोस्ट को ग्राहकों के लिए और अधिक सुरक्षित तथा सुविधाजनक
बनाने के उद्देश्य से इन नई सुविधाओं को पेश किया गया है
·
ओटीपी-आधारित
सुरक्षित डिलीवरी
·
ऑनलाइन भुगतान
सुविधा
·
एसएमएस-आधारित
डिलीवरी सूचनाएं
·
सुविधाजनक ऑनलाइन
बुकिंग सेवाएं
·
रीयल-टाइम डिलीवरी
अपडेट
·
यूजर्स के लिए
पंजीकरण सुविधा
संशोधित
शुल्क संरचना (1 अक्टूबर 2025 से लागू)
स्पीड पोस्ट
(दस्तावेज़ों) के शुल्क में बदलाव 13
वर्षों बाद किया गया है। पिछली बार शुल्क अक्टूबर 2012 में
संशोधित हुए थे। संशोधित शुल्क 1 अक्टूबर 2025 से प्रभावी होंगे, जिसकी अधिसूचना राजपत्र अधिसूचना
संख्या 4256 दिनांक 25.09.2025 द्वारा
जारी की गई है।
नई
शुल्क तालिका
|
वजन/दूरी |
स्थानीय |
200 किमी तक |
201-500 किमी. |
501-1000 किमी. |
1001-2000 किमी. |
2000 किमी से अधिक |
|
50
ग्राम तक |
19 |
47 |
47 |
47 |
47 |
47 |
|
51-250
ग्राम |
24 |
59 |
63 |
68 |
72 |
77 |
|
251-500 ग्राम |
28 |
70 |
75 |
82 |
86 |
93 |
नोट:
जीएसटी अतिरिक्त लागू होगा।
मूल्यवर्धित
सेवाएं
·
पंजीकरण सुविधा –
प्रति आइटम (दस्तावेज़/पार्सल) ₹5/- (जीएसटी
अतिरिक्त)। इसके तहत आइटम केवल प्राप्तकर्ता या अधिकृत व्यक्ति को ही सौंपा जाएगा।
·
ओटीपी-आधारित
डिलीवरी – प्रति आइटम ₹5/- (जीएसटी
अतिरिक्त)। इससे डिलीवरी की सुरक्षा और बढ़ जाएगी।
छूट
की सुविधा
·
छात्रों के लिए 10% छूट – ताकि उन्हें अध्ययन और परीक्षा संबंधी दस्तावेज भेजने में आसानी
हो।
·
नए थोक ग्राहकों के
लिए 5% छूट – जिससे संस्थागत और कॉर्पोरेट ग्राहक सेवा से जुड़ सकें।
महत्व
और प्रभाव
भारतीय डाक
विभाग ने अपने स्पीड पोस्ट (दस्तावेज) सेवा को और अधिक सुरक्षित,
पारदर्शी और तकनीक-सक्षम बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल की है। स्पीड
पोस्ट अब केवल एक डिलीवरी सेवा नहीं रह गई है, बल्कि यह
धीरे-धीरे एक सुरक्षित, विश्वसनीय और ग्राहक-केंद्रित वितरण
भागीदार के रूप में विकसित हो रही है।
डाक विभाग के
अनुसार,
स्थायी नवाचार और आधुनिक सुविधाओं के माध्यम से स्पीड पोस्ट
ग्राहकों की बदलती जरूरतों के अनुरूप लगातार ढल रही है। इस बदलाव के परिणामस्वरूप,
यह निजी कूरियर सेवाओं के मुकाबले और अधिक प्रतिस्पर्धी, आकर्षक और किफायती विकल्प बनती जा रही है। ग्राहक अब न केवल भरोसेमंद और
सस्ती सेवा प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि उन्हें डिजिटल और
तकनीक-सक्षम सुविधाओं का लाभ भी मिलेगा।
The News Grit, 27/09/2025

Comments
Post a Comment