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नागालैंड में जल सुरक्षा को नई दिशा—मिशन वाटरशेड की शुरुआत!

13 साल की खोज का वह पल, जिसे देखकर वैज्ञानिक रो पड़ा!!

इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप के घने जंगलों में हाल ही में ऐसा दृश्य देखने को मिला , जिसने वैज्ञानिक समुदाय के साथ–साथ आम लोगों को भी भावुक कर दिया। एक पर्यावरण शोधकर्ता , जिसने अपनी जिंदगी के 13 साल एक अनोखी प्रजाति की तलाश में लगा दिए , आखिरकार उस दुर्लभ फूल को अपनी आंखों के सामने खिलते हुए देख पाया। प्रकृति की इस अद्भुत घटना ने उन्हें भावनाओं से भर दिया और कैमरे में कैद यह पल इंटरनेट पर लाखों लोगों के दिल छू गया। एक पल जिसने वैज्ञानिक को भीतर तक हिला दिया इस पूरे अनुभव का केंद्र था रैफलेसिया हैसेल्टी—दुनिया की सबसे दुर्लभ फूल प्रजातियों में शामिल , जिसे देखना जीवनभर के अवसर जैसा माना जाता है। इस फूल को देख भावुक होने वाले शोधकर्ता हैं सेप्टियन आंद्रिकी , जिन्हें स्थानीय लोग डेकी के नाम से जानते हैं। उन्होंने बताया कि इतने वर्षों की खोज के बाद जब आखिरकार यह फूल पूरी तरह खिला , तो वे खुद को संभाल नहीं पाए और रो पड़े। उनके अनुसार “ जिस चीज को देखने के लिए मैंने अपनी जीवन की इतनी बड़ी अवधि लगा दी , उसे अपनी आंखों के सामने खिलते देखना किसी चमत्कार से कम नहीं था।” मौत का खतरा , लम्ब...

वोटर लिस्ट अपडेट (SIR) के नाम पर ठगी का नया तरीका, OTP और बैंक डिटेल्स साझा न करें MP साइबर पुलिस!!

देश में इन दिनों वोटर लिस्ट अपडेट की प्रक्रिया Special Intensive Revision (SIR) तेजी से चल रही है। कई राज्यों में मतदाता सूची के सुधार और सत्यापन का काम जोरों पर है कहीं टीमें घर ‑ घर जाकर जानकारी मिलान कर रही हैं , तो कहीं लोग स्वयं केंद्रों पर जाकर विवरण अपडेट करा रहे हैं। इसी व्यस्त माहौल में साइबर अपराधी सक्रिय हो गए हैं और उन्होंने SIR का नाम लेकर नया फर्जी खेल शुरू कर दिया है। अब ये ठग नागरिकों को कॉल करते हैं और कहते हैं: “आपका SIR वेरिफिकेशन अधूरा है , आपका नाम वोटर लिस्ट से कट जाएगा OTP भेजी गई है , बताइए , हम फॉर्म भर देंगे।” सच्चाई यह है कि यह डर और दबाव पूरी तरह फेक है। लोग डर के चलते OTP दे देते हैं और इसके बाद ठग UPI या बैंक खाता खाली कर देते हैं। इस तरह SIR की असली प्रक्रिया का नाम लेकर फ्रॉड का नया तरीका शुरू हो गया है। SIR का नाम बना ठगों का नया ' कीवर्ड ' SIR कई राज्यों में चल रहा है , इसलिए ठग इसे हथियार बना रहे हैं। वे डराते हैं , धमकाते हैं और कहते हैं “नाम हट जाएगा” , “ वेरिफिकेशन अभी करो” आदि। कई बार WhatsApp या SMS के जरिए फर्जी लिंक भेजते हैं इन ल...

कैंसर पर भारत की एआई खोज जो इलाज की तस्वीर बदल सकती है!!

कैंसर उपचार को नए युग में प्रवेश दिलाने वाला एक महत्वपूर्ण वैज्ञानिक कदम सामने आया है। एक नए अध्ययन में भारतीय वैज्ञानिकों ने ऐसा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फ्रेमवर्क विकसित किया है , जो कैंसर को केवल उसके आकार या फैलाव से नहीं , बल्कि उसकी मॉलिक्यूलर पर्सनैलिटी से पहचानने में सक्षम है। यह तकनीक भविष्य में कैंसर के इलाज को पूरी तरह पर्सनलाइज़्ड और अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में बड़ी भूमिका निभा सकती है। कैंसर को समझने का नया वैज्ञानिक नजरिया कैंसर सिर्फ तेजी से बढ़ते ट्यूमर की बीमारी नहीं है। यह उन छिपे हुए जैविक प्रोग्राम्स यानी कैंसर के हॉलमार्क्स   से संचालित होता है जो हेल्दी सेल्स को धीरे-धीरे मैलिग्नेंट (घातक) बनाते हैं। ये हॉलमार्क बताते हैं कि ट्यूमर कैसे बढ़ता है , इम्यून सिस्टम से कैसे बचता है और इलाज का विरोध कैसे करता है। अब तक डॉक्टर मुख्य रूप से TNM स्टेजिंग सिस्टम पर निर्भर रहे हैं , जो ट्यूमर का साइज और फैलाव बताता है। लेकिन यह तरीका अक्सर उन मॉलिक्यूलर कारणों को नहीं पकड़ पाता , जो बताते हैं कि एक ही स्टेज वाले दो मरीजों के परिणाम इतने अलग क्यों होते हैं। भारत के...

पंजाब के तीन शहर बने ‘पवित्र शहर’: क्या बदलेगा अब यहां?

पंजाब सरकार ने एक बड़ा और ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए अमृतसर की वॉल्ड सिटी , श्री आनंदपुर साहिब और तलवंडी साबो को ‘पवित्र शहर’ घोषित कर दिया है। गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस के अवसर पर श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित विशेष सत्र के दौरान पंजाब विधानसभा ने यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास किया। यह पहला अवसर था जब पंजाब विधानसभा का कोई विशेष सत्र श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित किया गया - वही पवित्र स्थान , जहां खालसा पंथ की स्थापना हुई और जहां गुरु गोबिंद सिंह जी ने लगभग 30 वर्ष व्यतीत किए। क्या है ‘पवित्र शहर’ वाला फैसला ? राज्य सरकार का कहना है कि इन तीनों शहरों की धार्मिक गरिमा , ऐतिहासिक महत्व और तख्त साहिब की उपस्थिति के कारण लोग लंबे समय से इन्हें विशेष धार्मिक दर्जा देने की मांग कर रहे थे , जिसे अब सरकार ने आधिकारिक रूप से मान्यता दे दी है। इन शहरों में तीन प्रमुख तख्त साहिब स्थित हैं अमृतसर में अकाल तख्त साहिब , तलवंडी साबो में तख्त श्री दमदमा साहिब और श्री आनंदपुर साहिब में तख्त श्री केसगढ़ साहिब। क्या-क्या बदलेगा इन पवित्र शहरों में ? पवित्र शहर का दर्जा मिलने के बाद सरक...

मोबाइल IMEI में छेड़छाड़ अब बड़ा अपराध: DoT ने नागरिकों को किया सतर्क!!

भारत में मोबाइल कनेक्टिविटी की तेजी से बढ़ती पहुँच के साथ मोबाइल उपकरणों के अंतर्राष्ट्रीय मोबाइल उपकरण पहचान ( IMEI) नंबर सहित दूरसंचार पहचानकर्ताओं के दुरुपयोग का खतरा भी बढ़ रहा है। इसे देखते हुए केंद्र सरकार ने आईएमईआई से छेड़छाड़ जैसी गतिविधियों को रोकने के लिए कानूनी प्रावधानों को और सख्त कर दिया है। दूरसंचार विभाग ( DoT) ने नागरिकों को दूरसंचार अधिनियम , 2023 के तहत मौजूद कठोर दंडात्मक प्रावधानों की जानकारी देते हुए सतर्क रहने की अपील की है। आईएमईआई में छेड़छाड़ पर कड़ा कानून दूरसंचार अधिनियम , 2023 उपकरणों के आईएमईआई सहित किसी भी दूरसंचार पहचानकर्ता से छेड़छाड़ को गंभीर अपराध मानता है। नए प्रावधानों के तहत: ·          धारा 42(3)( c) दूरसंचार पहचानकर्ताओं से छेड़छाड़ पर प्रतिबंध लगाती है। ·          धारा 42(3)( e) धोखाधड़ी , छल या छद्मवेश से सिम या दूरसंचार पहचानकर्ता प्राप्त करने पर रोक लगाती है। ·          धारा 42(3)( f) किसी भी रेडियो उपकरण जैसे मोब...

खाते में दिखी गड़बड़ी… और खुल गया करोड़ों का खेल!!

बैतूल   जिला पुलिस और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने एक बड़े साइबर ठगी नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए ₹9 करोड़ 84 लाख 95 हजार 212 की हेराफेरी का खुलासा किया है। इस संगठित गिरोह ने एक ही बैंक के 7 खाताधारकों के खातों को निशाना बनाया था , जिनमें से एक मृत व्यक्ति का बैंक खाता भी शामिल था। पुलिस ने इंदौर में दबिश देकर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मजदूर के जन-धन खाते में मिली करोड़ों की गतिविधि खेड़ी सावलीगढ़ निवासी मजदूर बिसराम इवने जब अपने जन-धन खाते की KYC अपडेट कराने बैंक पहुंचे , तो उन्होंने खाते में करोड़ों रुपये के संदिग्ध लेन-देन देखे। उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक कार्यालय में दर्ज कराई। SP वीरेंद्र जैन और ASP कमला जोशी के निर्देशन में साइबर सेल और कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम को जांच सौंपी गई। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि जून 2025 से अब तक बिसराम के खाते से लगभग ₹1.50 करोड़ का अवैध लेन-देन हुआ था। दूध का दूध , पानी का पानी पुलिस जांच में उजागर हुई संगठित साइबर लूट गहन तकनीकी विश्लेषण , बैंक खातों की ट्रैकिंग , डिजिटल फॉरेंसिक और लगातार मॉनिटरिंग के बा...

मध्यप्रदेश में विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता: उच्च शिक्षा विभाग ने किया स्टेट टास्क फोर्स का गठन!!

विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर देशभर में बढ़ती चिंता के बीच मध्यप्रदेश उच्च शिक्षा विभाग ने इस दिशा में ठोस और व्यापक कदम उठाने की शुरुआत कर दी है। राज्य ने सुप्रीम कोर्ट और नेशनल टास्क फोर्स ( NTF) के निर्देशों के बाद स्टेट टास्क फोर्स ( STF) को पूर्णतः सक्रिय कर दिया है , जो अब पूरे राज्य में विश्वविद्यालयों , महाविद्यालयों और कोचिंग संस्थानों में मानसिक स्वास्थ्य संबंधी उपायों की निगरानी और सुधार की रूपरेखा तय कर रही है। उल्‍लेखनीय है कि NTF द्वारा आयुक्त , उच्च शिक्षा प्रबल सिपाहा को राज्य स्तरीय नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। उच्च शिक्षा विभाग के अनुसार यह पहल केवल एक औपचारिक प्रक्रिया नहीं , बल्कि “राज्य के विद्यार्थियों के लिए एक सुरक्षित , सहयोगी और दबावमुक्त शैक्षणिक माहौल” तैयार करने की दिशा में अब तक का सबसे बड़ा प्रशासनिक प्रयास है। एसटीएफ के हाथ में मानसिक स्वास्थ्य सुधार की कमान NTF के निर्देशों के बाद उच्च शिक्षा विभाग ने स्टेट टास्क फोर्स ( STF) का गठन किया है। यह टास्क फोर्स राज्य में विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य , परामर्श सेवाओं और रोकथाम उपायों...

तंबाकू की लत ने बिगाड़ी हालत, पाँच साल से बंद था मुंह!!

सागर। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज (बीएमसी) के दंत रोग विभाग ने एक बड़ी चिकित्सीय उपलब्धि हासिल की है। गुटखा और तंबाकू के लंबे समय तक सेवन करने के कारण पांच वर्षों से मुंह पूरी तरह बंद हो चुके 24 वर्षीय युवक अखिलेश को तीन घंटे की कठिन सर्जरी के बाद नया जीवन मिला है। पिछले दो वर्षों से वह केवल तरल आहार पर निर्भर था , बोलने में कठिनाई और सामाजिक दूरी उसकी दिनचर्या बन चुकी थी। लेकिन अब युवक सामान्य भोजन कर रहा है और साफ बोल पा रहा है। बीमारी ने बना दिया था जीवन नरक अखिलेश ने कब पान-गुटखा का सेवन शुरू किया , यह उसे याद नहीं। धीरे-धीरे उसके मुंह का खुलना कम होता गया और स्थिति इतनी गंभीर हुई कि उसका मुंह पूरी तरह बंद हो गया। डॉक्टरों के अनुसार यह अवस्था ओरल सबम्यूकोस फाइब्रोसिस जैसी गंभीर बीमारी की ओर संकेत करती है , जिसमें मुंह के अंदर ऊतक सिकुड़ने लगते हैं। सागर संभाग के कई डॉक्टरों को दिखाने के बावजूद उसकी हालत में कहीं भी कोई सुधार नहीं हुआ। दवाइयों और असफल प्रयासों के बीच उसका आत्मविश्वास टूटता जा रहा था। बीएमसी सागर बना में इलाज करीब 15 दिन पहले अखिलेश बीएमसी सागर के दंत रोग विभाग पहु...

औषधीय फसलों में मध्यप्रदेश का दबदबा, देश में 44% उत्पादन यहीं से!!

मध्यप्रदेश औषधीय फसलों के उत्पादन में देश का अग्रणी राज्य बनकर उभरा है। राज्य में वर्ष 2024-25 में कुल 46,837 हेक्टेयर क्षेत्र में ईसबगोल , अश्वगंधा , सफेद मूसली , कोलियस सहित कई महत्वपूर्ण औषधीय फसलों की खेती की गई है। औषधीय पौधों की बढ़ती घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मांग के चलते किसान पारंपरिक खेती से हटकर इन उच्च-मूल्य फसलों की ओर तेजी से आकर्षित हो रहे हैं। राज्य के कृषि विभाग के अनुसार , वर्ष 2024-25 में लगभग 1.25 लाख मीट्रिक टन औषधीय फसलों का उत्पादन हुआ है। यह उत्पादन वर्ष 2021-22 के 1.16 लाख मीट्रिक टन की तुलना में उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है। वहीं , बोनी क्षेत्र भी लगातार बढ़ रहा है। वर्ष 2022-23 में जहां 44,324 हेक्टेयर में बोनी हुई थी , वहीं 2024-25 में यह बढ़कर 46,837 हेक्टेयर हो गया , यानी 2,512 हेक्टेयर की वृद्धि दर्ज की गई है। देश में 44% औषधीय उत्पादन मध्यप्रदेश में भारत में उत्पादित कुल औषधीय फसलों में से 44 प्रतिशत उत्पादन अकेले मध्यप्रदेश में होता है , जो राज्य की राष्ट्रीय भूमिका को रेखांकित करता है। राज्य सरकार द्वारा किसानों को अनुदान , तकनीकी सहायता...