जापान के टोक्यो शहर में 2 से 5 नवंबर 2025 तक आयोजित एशियाई कूडो चैंपियनशिप में मध्यप्रदेश की प्रतिभावान खिलाड़ी अनुज्ञा शर्मा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत के लिए कांस्य पदक जीता। इस उपलब्धि के साथ अनुज्ञा ने न केवल प्रदेश, बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया।
220 कैटेगरी में प्रतियोगिता के दौरान अनुज्ञा ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए जापान की खिलाड़ी को परास्त किया और अपने संघर्ष, आत्मविश्वास व समर्पण से यह ऐतिहासिक पदक हासिल किया। उनकी इस सफलता पर मध्यप्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने अनुज्ञा शर्मा को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं। मंत्री सारंग ने कहा कि “अनुज्ञा ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का तिरंगा ऊँचा किया है, उनकी यह सफलता प्रदेश की सभी बेटियों के लिए प्रेरणास्रोत है।”
सिलेक्शन
ट्रायल से लेकर एशिया तक का सफर
अनुज्ञा
शर्मा का चयन 2 और 3 अगस्त 2025 को सूरत (गुजरात) स्थित एथलेटिका जिम में आयोजित कूडो एशियाई चैंपियनशिप
सिलेक्शन ट्रायल के माध्यम से हुआ था। देश के विभिन्न राज्यों से आईं सैकड़ों
प्रतिभाओं के बीच अनुज्ञा ने दमदार प्रदर्शन करते हुए ट्रायल फाइट में जीत हासिल
की और टीम इंडिया में अपना स्थान पक्का किया।
अक्षय
कुमार ने दी थी शुभकामनाएं
भारतीय कूडो
टीम के जापान रवाना होने से पहले 30
अक्टूबर 2025 को प्रसिद्ध अभिनेता और शिहान अक्षय कुमार ने
पूरी टीम से मुलाकात की। उन्होंने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हुए बेहतर
प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दीं। इसके बाद हांशी मेहुल वोहरा के नेतृत्व में
भारतीय कूडो दल 31 अक्टूबर को मुंबई से टोक्यो के लिए रवाना
हुआ। इस दल में मध्यप्रदेश की अनुज्ञा शर्मा भी शामिल थीं।
मध्यप्रदेश
के कोचों का मार्गदर्शन बना सफलता की कुंजी
अनुज्ञा की
इस शानदार सफलता के पीछे हांशी मेहुल वोहरा और कूडो एसोसिएशन ऑफ मध्यप्रदेश के
अध्यक्ष डॉ. मोहम्मद एजाज खान का महत्वपूर्ण मार्गदर्शन रहा है। वहीं,
कूडो एसोसिएशन शाजापुर के सेक्रेटरी एवं कोच राजीव लोचन शर्मा से
अनुज्ञा खेल का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं। अनुज्ञा ने बताया कि कोच और परिवार के निरंतर
सहयोग से ही उन्होंने यह मुकाम हासिल किया।
शानदार
करियर रिकॉर्ड
अनुज्ञा
शर्मा का अब तक का खेल सफर भी प्रेरणादायक रहा है। उन्होंने
·
अक्षय कुमार कूडो
इंटरनेशनल टूर्नामेंट में 2 स्वर्ण और 1 रजत पदक,
·
राष्ट्रीय स्तर की
प्रतियोगिताओं में 4 स्वर्ण और 2 रजत पदक,
·
और फेडरेशन कप में 3 स्वर्ण पदक जीतकर मध्यप्रदेश को गौरवान्वित किया है।
परिवार
के लिए गर्व का पल
शाजापुर की
बेटी अनुज्ञा शर्मा ने टोक्यो में भारत का झंडा फहराकर अपने दादा मनोहर लाल शर्मा,
दादी स्वर्गीय चंद्रकला शर्मा, माता शीलू
शर्मा और पिता राजीव लोचन शर्मा के वर्षों पुराने सपने को साकार किया। परिवार और
पूरे शाजापुर में इस ऐतिहासिक उपलब्धि से हर्ष की लहर है।
अनुज्ञा
युवा वर्ग के लिए प्रेरणा
अनुज्ञा
शर्मा की इस ऐतिहासिक उपलब्धि ने न केवल मध्यप्रदेश बल्कि पूरे देश को गौरवान्वित
किया है। अपनी लगन, अनुशासन और निरंतर
मेहनत से उन्होंने यह साबित किया है कि यदि लक्ष्य के प्रति समर्पण अटल हो,
तो कोई भी सफलता असंभव नहीं। एशियाई मंच पर कांस्य पदक जीतकर
अनुज्ञा ने प्रदेश के युवाओं के सामने एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया है।
उनकी यह सफलता बताती है कि प्रतिभा को अवसर मिले तो वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी
अपनी चमक बिखेर सकती है। अनुज्ञा की यह कामयाबी मध्यप्रदेश के युवा वर्ग के लिए
प्रेरणा का स्रोत बन गई है और यह संदेश देती है कि दृढ़ इच्छाशक्ति और परिश्रम से
हर सपना साकार किया जा सकता है।
The News Grit,06/11/2025

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