झोला छाप डॉक्टरों पर जिम्मेदारों का आशीर्वाद जैसे अमृत की बूंदों की तरह बरस रहा है, लेकिन इस पर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बंडा में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का समर्थन झोला छाप डॉक्टरों को मिल रहा है, और वे किसी गंभीर घटना का इंतजार कर रहे हैं।
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बंडा ब्लॉक में झोला छाप डॉक्टरों का आतंक बढ़ता जा रहा है। अब डॉक्टर बनना बेहद आसान हो गया है, और MBBS करने की कोई जरूरत नहीं रह गई है, क्योंकि स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारी चैन की नींद सो रहे हैं!
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(Source:- makronia.com) |
बरा,डॉक्टर यूके मंडल अपना झोला लेकर भागे
सागर जिले में झोला छाप डॉक्टर बनना अब इतना आसान हो गया है कि MBBS डिग्री हासिल करने की कोई जरूरत ही नहीं रह गई है। असली डॉक्टर लाखों रुपए खर्च करके अपनी डिग्री प्राप्त करते हैं और फिर जनता की सेवा करते हैं, लेकिन झोला छाप डॉक्टरों को इसकी कोई परवाह नहीं होती। ये लोग मरीजों का इलाज इस तरह करते हैं कि अगर किसी की मौत हो जाए, तो ये अपना झोला उठाकर भाग जाते हैं। यह सब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से हो रहा है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव जी की घोषणा के बाद भी झोला छाप डॉक्टरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। बंडा ब्लॉक और जिला स्वास्थ्य विभाग में ऐसे मामलों की अनदेखी की जा रही है। अगर जिले में कोई गंभीर घटना होती है, तो उसका जिम्मेदार कौन होगा? यह तो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ही बता सकते हैं, क्योंकि उनका रवैया मनमाना हो गया है। लिखित आवेदन और जानकारी देने के बावजूद झोला छाप डॉक्टरों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
- The News Grit, 18/10/2024
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