दमोह जिला, जो अपनी कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था के लिए जाना जाता है, अब एक नई पहल के साथ सामने आ रहा है। जिले के नागरिकों के लिए एक बहुत ही खास अवसर होने जा रहा है – जैविक हाट का आयोजन। यह हाट इस रविवार, 8 दिसम्बर को प्रातः 10 बजे से शाम 4 बजे तक, जटा शंकर मंदिर के पास आयोजित किया जाएगा।
दमोह के कृषि प्रधान होने के कारण यहाँ के किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए कई सुझाव आए थे, और उन्हीं में से एक सुझाव को लागू करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इस जैविक हाट में जिले के लगभग 35 से 40 किसान अपनी जैविक फसलों, सब्जियों, अनाज और अन्य उत्पादों को बेचने के लिए उपस्थित होंगे। इन उत्पादों में प्राकृतिक खेती पर आधारित शुद्ध और जैविक सामग्रियाँ शामिल होंगी, जो किसी भी रासायनिक उर्वरक से मुक्त होंगी।
इसके अलावा, इस हाट में स्व-सहायता समूह की महिलाएँ भी अपने बनाए हुए विभिन्न उत्पादों को बेचने के लिए आएँगी। इससे न केवल किसानों को एक मंच मिलेगा, बल्कि स्व-सहायता समूह की महिलाएँ भी अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार कर सकेंगी।
दमोह के नागरिकों को इस आयोजन में आमंत्रित करते हुए, जिला प्रशासन ने यह कहा है कि आगामी रविवार को जैविक हाट का लाभ जरूर लें और जैविक खेती को बढ़ावा देने में अपना योगदान दें। जैविक हाट से न सिर्फ शुद्ध और प्राकृतिक उत्पाद खरीदने का अवसर मिलेगा, बल्कि यह जिले के किसानों के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम होगा, जो उनकी आमदनी में वृद्धि करेगा।
तो, इस रविवार को जैविक हाट में पधारें और शुद्ध उत्पादों का आनंद लें!
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