Skip to main content

नागालैंड में जल सुरक्षा को नई दिशा—मिशन वाटरशेड की शुरुआत!

आर्थिक स्थिरता से राजनीति तक कनाडा के नए नेता मार्क कार्नी!!!!

मार्क जोसेफ कार्नी  एक प्रसिद्ध कनाडाई अर्थशास्त्री और राजनीतिज्ञ हैं। उन्हें 9 मार्च 2025 को लिबरल पार्टी का नया नेता चुना गया और वे कनाडा के अगले प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। और वे जस्टिन ट्रूडो के बाद कनाडा के नए प्रधानमंत्री बनेंगे।

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

मार्क कार्नी का जन्म 16 मार्च 1965 को फोर्ट स्मिथ, नॉर्थवेस्ट टेरिटोरीज़, कनाडा में हुआ। उनका पालन-पोषण एडमंटन, अल्बर्टा में हुआ। उन्होंने 1988 में हार्वर्ड विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। उच्च शिक्षा के लिए वे ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय गए, जहाँ उन्होंने 1993 में मास्टर और 1995 में डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त की।

पेशेवर करियर

अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद, मार्क कार्नी ने गोल्डमैन सैक्स में विभिन्न भूमिकाएँ निभाईं, जहाँ उन्होंने वित्तीय मामलों में विशेषज्ञता प्राप्त की। 2003 में, वे बैंक ऑफ कनाडा में डिप्टी गवर्नर नियुक्त हुए। 2008 से 2013 तक, वे गवर्नर बने और वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान उन्होंने कनाडा की मौद्रिक नीति को स्थिर बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

2013 से 2020 तक, उन्होंने बैंक ऑफ इंग्लैंड के गवर्नर का पद संभाला। अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने ब्रेक्सिट और कोविड-19 महामारी के शुरुआती चरणों में ब्रिटिश केंद्रीय बैंक का नेतृत्व किया। उनके अनुभव और कुशल नीतियों ने उन्हें एक प्रतिष्ठित वित्तीय विशेषज्ञ बना दिया।

राजनीतिक करियर

उनकी आर्थिक विशेषज्ञता और नीतिगत निर्णयों की कुशलता को देखते हुए पार्टी ने उन्हें समर्थन दिया। 9 मार्च 2025 को उन्हें लिबरल पार्टी का नया नेता चुना गया, जिससे वे कनाडा के अगले प्रधानमंत्री बनने की ओर अग्रसर हुए। उनकी नीतियाँ आर्थिक स्थिरता, जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूकता और सामाजिक विकास पर केंद्रित हैं।

मार्क जोसेफ कार्नी एक कुशल अर्थशास्त्री हैं। उनकी नेतृत्व क्षमता और आर्थिक विशेषज्ञता उन्हें कनाडा के भावी प्रधानमंत्री के रूप में एक सशक्त उम्मीदवार बनाती है। उनकी नीतियाँ और निर्णय कनाडा को एक उज्जवल भविष्य की ओर ले जाने की क्षमता रखते हैं। वे 2008 से 2013 तक बैंक ऑफ़ कनाडा के गवर्नर और 2013 से 2020 तक बैंक ऑफ़ इंग्लैंड के गवर्नर भी रहे। प्रधानमंत्री के रूप में उनके सफल होने की व्यापक उम्मीद है।

The News Grit, 12/02/2025

 

Comments

Popular posts from this blog

स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम: रानी दुर्गावती महाविद्यालय परसवाड़ा में सफल आयोजन!!

दिनांक 20 जनवरी 2025 को रानी दुर्गावती शासकीय महाविद्यालय, परसवाड़ा के वनस्पति विभाग द्वारा एक उल्लेखनीय स्टूडेंट एक्सचेंज कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में शासकीय अरण्य भारतीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बैहर के 35 विद्यार्थी और प्राध्यापकगण शामिल हुए। इस कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एल. एल. घोरमारे द्वारा स्टूडेंट एक्सचेंज गतिविधियों के महत्व पर जानकारी देने से हुई। आइक्यूएसी इंचार्ज डॉ. अरुण वैद्य ने विद्यार्थियों को इस प्रकार के कार्यक्रमों से मिलने वाले लाभों को साझा किया। वनस्पति विभाग की प्रमुख डॉ. जय श्री सूर्यवंशी ने माइक्रोऑर्गेनिज़्म कल्चर और प्रयोगशाला उपकरणों की विस्तृत जानकारी प्रदान की। इसी क्रम में बैहर महाविद्यालय की डॉ. पूजा गुप्ता ने क्यूआर कोड इंटर्नशिप प्रोजेक्ट के माध्यम से छात्रों को नई तकनीकों से अवगत कराया। भौतिक शास्त्र विभाग से श्रीमती रंजना कुशवाहा ने शैक्षणिक गतिविधियों के विकास में इस प्रकार के कार्यक्रमों की महत्ता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में छात्रों के बीच आपसी ज्ञान-विनिमय के साथ-साथ डेमोंस्ट्रेशन सत्र आयोजित किए गए। रा...

प्रोजेक्ट आरोहण: NHAI की नई योजना, लेकिन किसके लिए?

राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ( NHAI) ने एक महत्वपूर्ण सामाजिक पहल करते हुए टोल प्लाज़ा कर्मचारियों के बच्चों की शिक्षा और करियर निर्माण के लिए ‘प्रोजेक्ट आरोहण’ की शुरुआत की है। इस योजना का शुभारंभ एनएचएआई के अध्यक्ष श्री संतोष कुमार यादव ने नई दिल्ली स्थित मुख्यालय में किया। इस अवसर पर वर्टिस इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट के कार्यकारी निदेशक एवं संयुक्त सीईओ डॉ. जफर खान और एनएचएआई के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। शिक्षा तक समान पहुँच देने का प्रयास एनएचएआई ने वर्टिस इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट के साथ मिलकर यह योजना शुरू की है , जिसका मकसद टोल प्लाज़ा कर्मचारियों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना है। इस पहल का उद्देश्य वित्तीय बाधाओं को दूर करना , सामाजिक-आर्थिक भेदों को कम करना और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के छात्रों , जिनमें निम्न-आय वाले परिवारों की लड़कियाँ , पहली पीढ़ी के शिक्षार्थी तथा अनुसूचित जाति , अनुसूचित जनजाति , अन्य पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र शामिल हैं , के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक समान पहुँच प्रदान करना है। एनएचएआई का मानना है कि शिक्षा ही वह साध...

अमेरिका ने भारतीय आयात पर 50% टैरिफ लगाया, लाखों नौकरियों पर संकट!!

अमेरिका ने बुधवार से भारत से आने वाले अधिकांश आयातित उत्पादों पर 50 प्रतिशत टैरिफ लागू कर दिया है। यह कदम अमेरिकी सीमा शुल्क एवं सीमा सुरक्षा ( CBP) द्वारा जारी नोटिस के बाद प्रभावी हुआ , जिसमें कहा गया था कि यह आदेश राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 6 अगस्त 2025 के कार्यकारी आदेश 14329 के तहत लागू किया जा रहा है। इस आदेश का शीर्षक था – “रूसी संघ की सरकार द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए खतरों को संबोधित करना।” किन उत्पादों पर लागू और किन्हें छूट सीबीपी के अनुसार , यह शुल्क उन सभी भारतीय वस्तुओं पर लागू होगा जो अमेरिका में उपभोग के लिए आयातित की जाती हैं। हालांकि , लोहा , इस्पात , एल्युमीनियम , वाहन , तांबा और इनके कुछ व्युत्पन्न उत्पादों को इस अतिरिक्त ड्यूटी से बाहर रखा गया है। वहीं , अमेरिकी बाजार में भारत के करीब 30.2% निर्यात (लगभग 27.6 अरब डॉलर) को शुल्क मुक्त प्रवेश मिलता रहेगा। इसमें फार्मा ( 12.7 अरब डॉलर) , इलेक्ट्रॉनिक्स ( 8.18 अरब डॉलर) , रिफाइंड लाइट ऑयल और एविएशन टरबाइन फ्यूल ( 3.29 अरब डॉलर) , पुस्तकें और ब्रोशर ( 165.9 मिलियन डॉलर) तथा प्लास्टिक ( 155.1 मिलियन...