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विश्व के सबसे बड़े हैंडीक्राफ्ट मेले में चमका मध्यप्रदेश का बाग प्रिंट!!

क्‍या डेयरी व्यापार को मिलेगी नई उड़ान?? दुग्‍ध उद्योग में बड़ा मौका!!!!

दूध के उत्‍पादन को बढ़ावा देने, और गुणवकत्‍ता में सुधार करने तथा पशुपालकों और युवाओं को डेयरी व्‍यवसाय के माध्‍यम से आर्थिक रूप से सशक्‍त बनाने की दिशा एक दूरदर्शी प्रयास मध्‍यप्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई डॉ. भीमराव अंबेडकर कामधेनु योजना इस योजना का लक्ष्‍य है, ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा हों, और डेयरी उघोग को और अधिक ऊंचाइयों तक ले जाया जा सकें।

इकाई की स्थापना और लागत

इस योजना के अंतर्गत, एक हितग्राही को 25 दुधारू पशुओं की एक इकाई स्थापित करने की अनुमति दी जाएगी।  हर इकाई में या तो केवल गायें वंश होंगी या केवल भैंसें वंश होगी। एक इकाई की अधिकतम लागत सीमा ₹42 लाख रुपये तक निर्धारित की गई है। इसके अतिरिक्त, एक हितग्राही अधिकतम 8 इकाइयाँ यानी कुल 200 दुधारू पशु तक रखने के लिए पात्र होगा।

ऋण और संचालन अवधि

योजना के अंतर्गत एक लाभहार्थी को एक से अधिक बार ऋण लेने की अनुमति है, लेकिन दो ऋणों के बीच कम से कम 2 वर्षों का अंतराल होना अनिवार्य है। ऋण प्राप्त करने के बाद, लाभार्थी को अपने डेयरी फार्म का संचालन अधिकतम 7 वर्षों तक अथवा ऋण की समाप्ति तक करना होगा।

पात्रता की शर्तें

योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदक का मध्य प्रदेश का मूल निवासी होना आवश्यक है और उसकी न्यूनतम आयु 21 वर्ष होनी चाहिए। साथ ही, आवेदक को किसी मान्यता प्राप्त संस्था या सरकारी संगठन से डेयरी फार्मिंग का प्रशिक्षण प्राप्त किया हुआ होना चाहिए। इसके अलावा, हितग्राही के पास 3.5 एकड़ कृषि भूमि होना अनिवार्य है।

आवेदन प्रक्रिया और प्राथमिकता

योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है और इसका आधार पहले आओ, पहले पाओ पर रखा गया है। ऐसे पशुपालक जो पहले से ही दुग्ध संघ में दूध की सप्‍लाई कर रहे हैं, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी। और दुग्‍ध संग निर्माता कंपनी के प्रचलित मिल्‍क रूट या एक नए मिल्‍क रूट पर आने वाले हितग्राहियों को प्राथमिकता मिलेगी। 

सब्सिडी का लाभ

सरकार द्वारा इस योजना के अंतर्गत सब्सिडी का प्रावधान भी रखा गया है। अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) वर्ग के हितग्राहियों को 33% सब्सिडी मिलेगी, जबकि अन्य वर्गों के लाभार्थियों को 25% सब्सिडी दी जाएगी।

इस योजना से देश में दुग्ध व्यापार को बढ़ावा मिलेगा और दुग्ध की गुणवत्ता में सुधार लाया जा सकेगा। यह एक ऐसा अवसर होगा जिससे पशुपालकों की आय में वृद्धि होगी। जो लोग वर्तमान में डेयरी का व्यवसाय कर रहे हैं, उनके लिए यह योजना अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो सकती है, यदि वे अपने व्यवसाय को विस्तार देना चाहते हैं। इसके अलावा, जो नए व्यापारी हैं, उनके लिए भी यह योजना व्यवसाय शुरू करने का एक अच्छा अवसर प्रदान करती है।

The News Grit, 15/04/2025

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