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पर्यटन में मध्यप्रदेश की नई उड़ान: 2024 में 13 करोड़ से अधिक पर्यटक पहुंचे!!

आदिवासियों की शिक्षा: एक महत्वपूर्ण आवश्यकता

     आदिवासी समुदाय भारत के सांस्कृतिक विविधता का अभिन्न हिस्सा हैं, लेकिन शिक्षा के क्षेत्र में उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। भारत में लगभग 104 मिलियन आदिवासी लोग रहते हैं, जो कुल जनसंख्या का लगभग 8.6% हैं। इन समुदायों में शिक्षा की स्थिति चिंताजनक है। 2011 की जनगणना के अनुसार, आदिवासी क्षेत्रों में साक्षरता दर लगभग 59% है, जो राष्ट्रीय औसत 74% से काफी कम है।      आदिवासी क्षेत्रों में स्कूलों की कमी एक गंभीर समस्या है। भारत के कई दूरदराज के आदिवासी गांवों में स्कूल नहीं हैं, और जहाँ स्कूल हैं, वहाँ शैक्षणिक संसाधनों का अभाव तथा शिक्षकों की कमी भी देखी जाती है। 2020 में एक अध्ययन में यह पाया गया कि आदिवासी बच्चों के लिए लगभग 50% स्कूलों में आवश्यक शैक्षणिक सामग्री उपलब्ध नहीं थी।      आदिवासी समुदायों में शिक्षा को लेकर कई सामाजिक और सांस्कृतिक पूर्वाग्रह भी मौजूद हैं। पारिवारिक जिम्मेदारियों के कारण बच्चे स्कूल नहीं जा पाते, और कई बार पारंपरिक मान्यताओं के कारण शिक्षा को महत्व नहीं दिया जाता। उदाहरण के लिए, अनुसूचित जनजातियों ...

मध्य प्रदेश: सरकार की योजना में आलू के बीज की कालाबाजारी, सस्ता बीज बन रहा रसोई का हिस्सा

मध्य प्रदेश: सरकार की योजना में आलू के बीज की कालाबाजारी, सस्ता बीज बन रहा रसोई का हिस्सा || सागर, मध्य प्रदेश:  मध्यप्रदेश में अभी सब्जी प्रदर्शन कार्यक्रम (आलू) योजना के तहत 4 जिलों शिवपुरी, उज्जैन, सागर, शाजापुर जिलों के लिए लक्ष्य जारी किए गए हैं | इन 4 जिलों के लिए 600 इकाई का लक्ष्य रखा गया है | योजना केवल अनुसूचित जाति के कृषक के लिए है | जिलों के अनुसार लक्ष्य इस प्रकार है :- शिवपुरी – 200, उज्जैन–200, सागर–183 संख्या, शाजापुर–17 ।  किसानों को आलू प्रदर्शनी कार्यक्रम के तहत प्रमाणित बीज के साथ-साथ खेती के लिए आवश्यक अन्य सामग्री भी दी जाएगी | यह सभी सामग्री किसानों के लिए अनिवार्य है | किसानों प्रमाणित आलू बीज के साथ, बैटरी कम हैण्ड स्प्रेयर पम्प, प्लास्टिक केट इत्यादि सामग्री भी दी जाएगी|     लेकिन  राज्य सरकार द्वारा किसानों को सस्ती दरों पर आलू का बीज उपलब्ध कराने की योजना में गड़बड़ियों की खबरें सामने आ रही हैं। सागर जिले में एक व्यक्ति को सरकारी योजना के तहत वितरित सस्ता आलू रसोई में उपयोग होने के लिए बेचते हुए देखा गया। यह घटना आलू के बीज की आ...

श्रद्धांजलि स्वरूप"स्मृति शेष रतन टाटा " अमूल्य संस्मरण

           मैं आपका चेहरा याद रखना चाहता हूं ताकि जब मैं आपसे स्वर्ग में मिलूं, तो मैं आपको पहचान सकूं और एक बार फिर आपका धन्यवाद कर सकूं।" जब एक टेलीफोन साक्षात्कार में भारतीय अरबपति रतनजी टाटा से रेडियो प्रस्तोता ने पूछा: "सर आपको क्या याद है कि आपको जीवन में सबसे अधिक खुशी कब मिली"?         रतनजी टाटा ने कहा: "मैं जीवन में खुशी के चार चरणों से गुजरा हूं, और आखिरकार मुझे सच्चे सुख का अर्थ समझ में आया।" पहला चरण धन और साधन संचय करना था। लेकिन इस स्तर पर मुझे वह सुख नहीं मिला जो मैं चाहता था। फिर क़ीमती सामान और वस्तुओं को इकट्ठा करने का दूसरा चरण आया। लेकिन मैंने महसूस किया कि इस चीज का असर भी अस्थायी होता है और कीमती चीजों की चमक ज्यादा देर तक नहीं रहती। फिर आया बड़ा प्रोजेक्ट मिलने का तीसरा चरण।  वह तब था जब भारत और अफ्रीका में डीजल की आपूर्ति का 95% मेरे पास था। मैं भारत और एशिया में सबसे बड़ा इस्पात कारखाने मालिक भी था।  लेकिन यहां भी मुझे वो खुशी नहीं मिली जिसकी मैंने कल्पना की थी.        चौथा चरण वह स...

विधायक कमलेश्वर डोडियार ने किया साइकिल वितरण..... बच्चें हुए खुश ......

मध्य प्रदेश शासन द्वारा सराहनीय कार्य  मध्य प्रदेश शासन की योजना के तहत घोड़ा पल्ला में छठी कक्षा में भर्ती होने वाले बच्चों को निशुल्क साइकिल वितरित की गई। इस कार्यक्रम में 23 बच्चों को साइकिल मिली, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार उपस्थित रहे। विधायक ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि उन्हें विवाह समारोहों में नाचने से बचना चाहिए और कॉलेज में जाकर पढाई लिखाई करना चाहिए। उन्होंने नशे से दूर रहने का भी संदेश दिया और बच्चों को अच्छी पढ़ाई करने के लिए प्रेरित किया। साइकिल पाकर बच्चे बेहद खुश थे और उन्होंने समय पर स्कूल आने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का संचालन देवेंद्र वाघेला ने किया, जबकि अन्य शिक्षकों ने भी इस मौके पर अपने विचार रखे। यह वितरण समारोह बच्चों के लिए एक नई शुरुआत है, जो उनकी पढ़ाई में सहायक होगा।                                                              ...

"रामवती अहिरवार के परिवार के सदस्य, जिनकी हत्या के आरोपियों को न्यायालय ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई। रहली, सागर | 1 अक्टूबर 2023।"

  "प्रतिनिधि चित्र" मध्यप्रदेश, सागर :  जिला   सागर विकासखंड रहली के द्वितीय अपर एवं जिला सत्र न्यायाधीश डॉ. शुभ्रा सिंह ने बुधवार को महिला हत्या के मामले में चार आरोपियों को आजीवन कारावास और 500-500 रुपए के जुर्माने से दंडित किया। इस मामले में शासन की ओर से अपर लोक अभियोजक विजय तिवारी ने पैरवी की। घटना विवरण : मृतिका रामवती अहिरवार, जो अपने पति को छोड़कर अपने भाई मन्नू अहिरवार के साथ रह रही थी, रहली के पटना ककरी गांव की निवासी थी। वार्ड के निवासी रामनाथ, पिता कामत अहिरवार, उनके बेटे गुलशन और अनिल, और पत्नी श्रीमती रति का मृतिका की जमीन और संपत्ति पर कब्जा करने का इरादा था, जिसके चलते आए दिन विवाद होते रहते थे। घटना के दिन, इन चारों आरोपियों ने मिलकर रामवती पर लाठियों और लात-घूंसे से हमला किया, जिससे उसकी मृत्यु हो गई। गवाहों के बयान और साक्ष्यों के आधार पर न्यायालय ने चारों आरोपियों को दोषी ठहराया और उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई।                               ...